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#Uttarakhand जल प्रलय : चीन से जोड़ने वाला BRO का मलारी पुल बहा, ब्रिज निर्माण में माहिर जवान भेजे
चमोली। उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिला में ग्लेशियर (Glacier) टूटने के बाद भारी तबाही मची है। 100 से ज्यादा लोगों के मरने (Died) की आशंका है। अभी तक दस शव बरामद (Dead Body Recovered) कर लिए गए हैं। करोड़ों के नुकसान के अलावा जोशीमठ (Joshimath) से आगे मलारी के पास एक बीआरओ (BRO) यानी सीमा सड़क संगठन का पुल भी बाढ़ से बह गया है। उधर, महानिदेशक बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी (General Rajiv Chaudhary) ने अधिकारियों जल्द से जल्द पुल को बहाल करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि ब्रिज बनाने में माहिर लोगों की टीम को मलारी (Malari) भेजा गया है।
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कर्णप्रयाग में आज ३ बज कर १० मिनट पर नदी में पानी की बहाव की स्थिति से साफ़ है कि बाढ़ की सम्भावना बहुत ही कम है। हमारा विशेष ध्यान सुरंगों में फँसे श्रमिकों को बचाने में है और हम सभी प्रयास कर रहे हैं। किसी भी समस्या से निपटने के सभी ज़रूरी प्रयास कर लिए गये हैं। #Uttarakhand pic.twitter.com/MrEjW4de05
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
आपको बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिला की सीमा चीन के साथ लगती है। ऐसे में सामरिक दृष्टि से यह पुल बहुत महत्वपूर्ण है। सीमा से लगे डबल लेन जोशीमठ-मलारी हाईवे और इसी सड़क पर बने पुनार पुल का उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिसंबर 2019 में ही उद्घाटन किया था। इस सड़क के चौड़ीकरण और पुल का निर्माण भी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने किया था। इस पुल के बनने से चीन की सीमा तक भारतीय सेना की पहुंच सुगम हुई थी।
बताया जा रहा है कि आइटीबीपी की पर्वतारोही टीमों के साथ तुरंत ब्रिज बनाने में माहिर जवान भी मौके पर भेजे गए हैं। हालातों पर गृह मंत्रालय भी खुद मॉनिटर कर रहा है। उत्तराखंड सरकार ने जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग को आपदा से निपटने के आदेश दिए हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि उत्तराखंड में फिलहाल कहीं अन्य इलाकों में बाढ की स्थिति नहीं है और ना ही ऐसी आशंका जताई जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 या 9557444486 भी जारी किए हैं।