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Atal Tunnel में बीएसएनएल देगा Highspeed connectivity, उद्घाटन के साथ होगी शुरू
Last Updated on September 20, 2020 by Deepak
मनाली। अटल टनल (रोहतांग) बनकर तैयार है और पीएम नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi) शीघ्र इसे देश को समर्पित करेंगे । 3 हजार मीटर (10 हजार फीट) की ऊंचाई पर बनी यह दुनिया की सबसे लंबी टनल (लगभग 9.09 किलोमीटर) है। इससे लेह और मनाली के बीच की दूरी 46 किलोमीटर के लगभग कम हो गई है। रणनीतिक और सामरिक दृष्टि से अटल टनल भारत के लिए किसी वरदान से कम नही है। अटल टनल के रणनीतिक और सामरिक महत्व को देखते हुए और सीमा सड़क संगठन (BRO) के आग्रह पर इस टनल में सुचारू और निर्बाध संचार कनेक्टिविटी ( connectivity) मुहैया करवाने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) द्वारा दिन रात मिशन मोड में कार्य कर एक महीने के भीतर ही टनल में 4G दूरसंचार उपकरण स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त बीएसएनएल द्वारा धुंधी (अटल टनल के मुख्य द्वार के समीप) नामक स्थान पर आई-पी- पी.बी.एक्स उपकरण स्थापित किए गए हैं जिससे टनल के साथ लगते क्षेत्रों में लैंडलाईन, ब्रॉडबैंड और हॉटलाईन इत्यादि की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।अटल टनल के उद्घाटन के अगले ही क्षण से हाई स्पीड के साथ संचार सुविधाएं इस टनल से गुज़रने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी।
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बीएसएनएल मंडी के महाप्रबंधक डी.एन.कात्यायन के अनुसार इस टनल में बी.एस.एन.एल. द्वारा 4G कनेक्टिविटी मुहैया करवाई गई है जिससे टनल में 25 Mbps की तथा तेज़ गति से चल रहे वाहनों में 10 Mbps की हाई स्पीड मिलेगी। बीएसएनएल. द्वारा कुल्लू और मनाली (बांए किनारे) के मध्य लगभग 34 किलोमीटर तक अपने ट्रांसमीशन नेटवर्क जोकि 4 लेन हाईवे के निर्माण के चलते बुरी तरह खराब हो चुका था को भी मिशन मोड़ में कार्य कर दुरस्त कर चालू कर दिया गया है। बीएसएनएल की ओर से सार्वजनिक सेवा प्रदाता की अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए अटल टनल में सुचारू और अबाध संचार कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एक महीने के अन्दर ही संपूर्ण व्यवस्था की गई है।