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Cabinet का निर्णयः सरकारी कार्यक्रमों में पुष्पगुच्छ, शॉल और टोपी देने की परंपरा होगी बंद
Last Updated on April 18, 2020 by Vishal Rana
शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai ram Thakur) की अध्यक्षता में हुई। कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting) में सभी सरकारी कार्यक्रमों में पुष्पगुच्छ, शॉल और टोपी भेंट करने की परंपरा को बंद करने और सभी गैर सरकारी संस्थानों को भी इस निर्णय का पालन करने का आग्रह करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने देश में कोविड-19 (Covid-19) महामारी से निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की और कहा कि पीएम द्वारा समय पर लिए गए निर्णयों के कारण आज देश की स्थिति अन्य विकसित देशों से बेहतर है। मंत्रिमंडल ने पीएम द्वारा समय पर उठाए गए कदमों और आम जनता से जहां हैं, वहीं बने रहने के आग्रह के लिए धन्यवाद किया। मंत्रिमंडल ने प्रदेश के विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं का भी कोविड-19 महामारी के विरूद्ध लड़ाई में तहेदिल से सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया।
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मंत्रिमंडल ने लोगों से पीएम केयर्ज फंड (PM Care Fund) के लिए अंशदान देने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने और अपनी सुरक्षा के लिए फेस कवर इस्तेमाल करने का आग्रह किया। मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार का प्रदेश को उदार वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए भी धन्यवाद किया। उभरती हुई परिस्थितियों के मद्देनजर और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए 50 हजार पीपीई किट्स, 10 हजार एन-95 मास्क, 10 लाख सर्जिकल मास्क आदि सुरक्षा उपकरणों का भंडार बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
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यह जानकारी भी दी गई कि हॉटस्पॉट और अंतर्राज्यीय सीमा पर जांच के लिए पर्याप्त संख्या में रैपिड टेस्ट किट खरीदे जाएं। 11 मार्च, 2020 को अधिसूचित तथा उसके बाद 14 मार्च, 2020 को संशोधित हिमाचल प्रदेश ऐपिडेमिक डिजीज (कोविड-19) रेगुलेशन-2020 को कार्योत्तर स्वीकृति प्रदान की। मंत्रिमंडल को कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा उठाए गए विभिन्न नियामक एवं निवारक उपायों के बारे में अवगत करवाया गया।