-
Advertisement
सिरमौर में IIM का शिलान्यास, जयराम बोले: शिक्षा का मुख्य केंद्र बनकर उभरा Himachal
Last Updated on August 4, 2020 by Deepak
शिमला/नाहन। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर (Sirmaur) जिला के धौला कुआं में आज भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आईआईएम) की आधारशिला रखी। जिसमें सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) के अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे और केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामले मंत्री अनुराग ठाकुर वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम शामिल हुए। इस संस्थान के प्रथम चरण के कार्य को 392.51 करोड़ रुपये के व्यय से पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि आईआईएम (IIM) हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2014 में प्रदान किया गया था और तब से यह संस्थान तेजी से आगे बढ़कर एक प्रमुख संस्थान बनकर उभर रहा है। यह संस्थान सुंदर व शांत भू-दृश्य और शांतिपूर्ण वातावरण में विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करेगा।
यह भी पढ़ें: CM Security से बदले सुशील कुमार अब होंगे ASP शिमला
जयराम ने इस संस्थान के संपूर्ण परिसर का डिजाइन पारम्परिक हिमाचली शिल्प (Himachali Crafts) में तैयार करने के लिए संस्थान के प्रबन्धन की प्रशंसा की। पूर्ण रूप से तैयार होने पर यह संस्थान ना केवल अग्रणी शिक्षण संस्थान के रूप में उभरेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि यह संस्थान परिसर नियुक्तियों में बेहतर कार्य कर रहा है। भविष्य में यह संस्थान क्षेत्र में प्रबन्धन शिक्षा का एक गुणात्मक संस्थान बनकर उभरेगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के ऊना में आईआईआईटी, बिलासपुर में एम्स, कांगड़ा में केन्द्रीय विश्वविद्यालय व निफ्ट जैसे राष्ट्रीय संस्थान होने का गौरव प्राप्त है। इससे हिमाचल देश का शिक्षा का प्रमुख केन्द्र बनकर उभरा है।
रमेश पोखरियाल निशंक बोले, युवाओं के कौशल को निखारेगा आईआईएम
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Union Education Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने कहा कि यह संस्थान प्रदेश के मेहनती युवाओं के कौशल को निखारने का अवसर प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा। इस संस्थान को क्षेत्र का बेहतर संस्थान बनाने के लिए केंद्र सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। संस्थान द्वारा शुरू किए गए पाठ्यक्रम विद्यार्थियों (Students) के लिए सहायक सिद्ध होंगे। रमेश पोखरियाल ने कहा कि प्रदेश के पर्यटन, ऊर्जा, उद्योग, इको-टूरिजम आदि प्राकृतिक संभावनाओं के प्रभावी प्रबन्धन में यह संस्थान वरदान साबित होगा। नई शिक्षा नीति (New Education Policy) भारत को विश्व गुरू का पुराना गौरव हासिल करने में सहायक होगी। हमारे देश के आईआईएम और आईआईटी संस्थान विश्व के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में एक एक हैं।
आईआईएम केंद्र सरकार का राज्य और विशेष रूप से सिरमौर को बड़ा उपहार
कंेद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि यह आईआईएम निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में प्रबंधन के एक सर्वोत्तम संस्थान के रूप में उभरेगा। यह संस्थान देश के बेहतरीन विद्यार्थियों को उभारने के पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि संस्थान में शुरू किए जाने वाले पर्यटन और आतिथ्य के पाठ्यक्रम निश्चित रूप से क्षेत्र के युवाओं को राज्य के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र का पूरी तरह से दोहन करने में मदद करेंगे। वहीं, केन्द्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर (Anurag Singh Thakur) ने कहा कि आईआईएम केंद्र सरकार से राज्य और विशेष रूप से सिरमौर जिले के लिए बड़ा उपहार है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा यह शिक्षा को अधिक रोजगार और स्व.रोजगार उन्मुख बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दस वर्षों में धौला कुंआ स्थित आईआईएम देश का प्रमुख संस्थान बन जाएगा।