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गेस्ट फैकल्टी की पहले पॉलिसी को समझो फिर बयानबाजी करो- बोले सीएम
अशोक राणा/हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में गेस्ट टीचरों (Guest Teachers) की तैनाती को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए सीएम सुक्खू (CM Sukhu) ने कहा कि गेस्ट फैकल्टी का मतलब वे गलत समझ रहे हैं। पहले पॉलिसी को समझना चाहिए। एक घंटे के लिए बच्चों को पढ़ाना है तो टीचर बोलते हैं कि एक घंटे का पैसा कौन देगा। अब उन्हें एक घंटा पढ़ाने के पैसे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यदि स्कूल में टीचर नहीं होता है तो इस पॉलिसी के आधार पर टीचर रखकर बच्चों की पढ़ाई सुचारू रखी जा सकती है।
जनता की सेवा करने के लिए सत्तासीन हुई कांग्रेस
वहीं, कार्यक्रम को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) द्वारा की जा रही बयानबाजी पर सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम जनमंच नहीं है। पूर्व बीजेपी सरकार ने जनमंच पर लगभग 36 करोड़ खर्च किए जबकि हमारी सरकार इन कार्यक्रमों में एक भी पैसा नहीं लगा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता की सेवा करने के लिए सत्तासीन हुई है और यह जनता के लिए सेवा मंच है। सरकार की मंशा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की है।
सीएम ने किया सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम का शुभारंभ
‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम का शुभारंभ आज सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन (Nadaun) विभानसभा की ग्राम पंचायत गोईस से किया। अपने दौरे के दौरान सीएम ने कड़दोह में कपाड़ा पुल का शिलान्यास करने के बाद फाहल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की आधारशिला और गांव बुधवीं में उठाऊ पेयजल योजना फाहल-कोटलू का शिलान्यास किया। इस मौके सीएम ने सरकारी योजनाओं पर लगाई गई प्रदर्शन का अवलोकन भी किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक साल में कांग्रेस सरकार ने कितने जनता हित में फैसले किए हैं, लोगों को बताना है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आर्थिक बदहाली के बाद भी हिमाचल में उन्नति की नई राहें खोली हैं।