-
Advertisement
हिमाचल में ‘टॉयलेट टैक्स’का कोई प्रस्ताव नहीं -बोले सीएम सुक्खू, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कसा तंज
Toilet Seat Tax In Himachal: हिमाचल में इन दिनों टॉयलेट सीट टैक्स ( Toilet Seat Tax)की खूब चर्चा है। मामला केंद्र तक जा पहुंचा है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman)ने निशाना साधा तो सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu)और जलशक्ति विभाग ने भी सफाई दी। सीएम सुक्खू ने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने चुनाव के समय में 5000 करोड़ रुपए की रेवड़ियां बांटी थी। पानी का मीटर फ्री कर दिया था। हमने 100 रुपए प्रति परिवार पानी का बिल लेने का निर्णय लिया है। पूर्व सरकार फाइव स्टार होटल से भी टैक्स नहीं ले रही थी। उन्होंने कहा कि कोई भी टॉयलेट टैक्स नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव को लेकर बीजेपी ऐसी बातें कर रही। कभी हिंदू मुस्लिम की बात कर रही है कभी सीवरेज की बात करती है।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman)ने हिमाचल की सुक्खू सरकार पर सोशल मीडिया में पोस्ट करके निशाना साधा है। निर्मला सीतारमण ने लिखा- अविश्वसनीय अगर सच है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, स्वच्छता को एक जन आंदोलन बनाया। कांग्रेस पार्टी (Congress party) शौचालय के लिए लोगों पर टैक्स लगा रही है। शर्म की बात है कि उन्होंने अपने समय में अच्छी स्वच्छता उपलब्ध नहीं कराई, लेकिन यह कदम देश को शर्मसार करने वाला है।
Unbelievable, if true!
Whilst PM @narendramodi ji, builds Swachhata as a people’s movement, here is @INCIndia taxing people for toilets! Shame that they didn’t provide good sanitation during their time, but this step will shame the country! https://t.co/EPTmOmyufM— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) October 4, 2024
इससे पहले राज्य का जल शक्ति विभाग ( Jal shakti vibhag) शौचालय की प्रत्येक शीट पर टैक्स की खबर का खंडन कर चुका है, जिसमें यह कहा गया कि भवन मालिक द्वारा स्थापित सीटों की संख्या के आधार पर सीवरेज कनेक्शन (Sewerage connection)दिए जाएंगे, स्पष्ट किया जाता है कि ऐसी कोई अधिसूचना वर्तमान सरकार द्वारा जारी नहीं की गई। सीवरेज कनेक्शन पूर्व की भांति ही प्रदान किए जाते रहेंगे। हमारा लक्ष्य 100 प्रतिशत कनेक्टिविटी प्राप्त करना है। ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके और सीवरेज के उचित उपचार को सुनिश्चित किया जा सके।
संजू चौधरी