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सेब के पौधे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं सूखी ठंड, नकदी फसलों पर भी आफत
सुभाष महाजन/चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले (Chamba District of Himachal Pradesh) में इस बार बागवानों की फसल बिना बारिश (Rain) की सूखी ठंड नहीं झेल पा रही है। गंदम की फसल और उसमें साथ लगती नकदी फसलें (Cash Crops) भी तबाह होती जा रही है। सेब की पैदावार पर भी मौसम का गहरा असर दिखाई दे रहा है। इससे बागवान (Apple Growers) काफी चिंतित है। चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों- तीसा भरमौर और भांदल इत्यादि स्थानों पर सेब के पौधों की प्रोनिंग का काम हो चुका है। पर बिन बारिश के पड़ रही सूखी ठंड (Dry Spell) से पौधों पर पाले का असर हो रहा है। अगर अभी बारिश-बर्फबारी नहीं होती है तो बागवानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बारिश न होने से नमी गायब
किसानों और बागवानों ने बताया कि अभी तक जरूरत के मुताबिक न तो बारिश हुई है और न बर्फ गिरी है। इससे भविष्य में सेब की पैदावार प्रभावित होगी। बागवान सालभर सेब की फसल पर निर्भर रहते हैं। उद्यान विभाग के उपनिदेशक ने कहा कि इस बार सेब की फसल के लिए बारिश या बर्फबारी नहीं हुई है। पौधों के नीचे जमीन में नमी (Moisture) होनी बहुत जरूरी है। बर्फबारी से सेब के पौधों को चिलिंग ऑवर मिलता है, जो कम से कम 1200 से 1600 तक होना चाहिए। अगर बर्फबारी नहीं होती है तो सेब के पौधों को नुकसान हो सकता है।