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Corona Crisis: खर्च घटाने के लिए कई प्रमुख कदम उठाएगा राष्ट्रपति भवन, यहां जानें
नई दिल्ली। भारत में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने बड़ा फैसला किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक साल तक वेतन का 30% हिस्सा ना लेना का फैसला किया है। राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति अपना एक माह का वेतन पीएम केयर्स फंड में दे रहे हैं साथ ही एक साल तक अपने वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा वो दान करेंगे।
10 करोड़ रुपए की लिमोज़ीन की खरीद भी स्थगित की गई
इसके अलावा राष्ट्रपति ने अगले गणतंत्र दिवस पर अपने लिए इस्तेमाल होने वाली नवीनतम टेक्नोलॉजी से लैस 10 करोड़ रुपए की लिमोज़ीन (Limousine) की खरीद भी फिलहाल स्थगित कर दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस साल एक ब्रांड-नई लिमोसिन खरीदने का निश्चय किया गया था। क्योंकि अभी तक वह मर्सिडीज-बेंज एस क्लास (एस 600) पुलमैन गार्ड के पुराने मॉडल का प्रयोग कर रहे हैं। इसीलिए 2021 गणतंत्र दिवस के मौके पर नई लिमोज़िन कार से ही उनको परेड पर आना था लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए ये रद्द कर दिया गया है।
इन कदमों से राष्ट्रपति भवन द्वारा करीब 40-45 करोड़ रुपए बचा सकेगा
Rashtrapati Bhavan to support ‘Self-Reliant India’ movement through greater flow of resources towards COVID-19. The Rashtrapati Bhavan will undertake several measures to reduce its expenditure.
Details: https://t.co/0nVLkZPVD9 #AatmanirbharBharat
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 14, 2020
इसके अलावा भी राष्ट्रपति भवन अपने खर्च को कम करने के लिए कई उपाय करेगा। फूलों की सजावट व बैंक्वेट पर भी खर्च घटाया जाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 में कोई नया पूंजीगत कार्य नहीं किया जाएगा। केवल पहले से चल रहे कामों को ही पूरा किया जाएगा। मरम्मत और रखरखाव का काम केवल संपत्ति के उचित रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में कहा कि ऐसा अनुमान है कि इन कदमों से चालू वित्त वर्ष में राष्ट्रपति भवन के बजट की करीब 20 प्रतिशत राशि बचायी जा सकेगी। अधिकारियों के अनुसार, इन कदमों से राष्ट्रपति भवन द्वारा करीब 40-45 करोड़ रुपए बचा सकेगा। राष्ट्रपति भवन का सालाना बजट 200 करोड़ रुपए से अधिक है।