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आखिर हरियाणा पुलिस के ‘चक्रव्यूह’ में फंस गया मोनू मानेसर, हिरासत में
गुरुग्राम। नासिर और जुनैद की हत्या के आरोपी मोनू मानेसर (Monu Manesar) को हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को ‘चक्रव्यूह’ रचकर हिरासत में ले लिया है। उसे यहां के सेक्टर 1 स्थित मार्केट से उठाया गया है। मोनू मानेसर को अब राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) को सौंपने की तैयारी है। गुरुग्राम के पटौदी थाने में भी मोनू मानेसर के खिलाफ मामला दर्ज है।
नासिर और जुनैद की हत्या के बाद से मोनू फरार था। इस साल फरवरी में भरतपुर के व्यापारी नासिर और जुनैद को अगवा करके मार डाला गया था। दोनों के शव हरियाणा के भिवानी में जिले मिले थे। राजस्थान पुलिस इस केस में मोनू मानेसर की भूमिका की जांच कर रही है।
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सीसीटीवी फुटेज के बाद उठे सवाल
जिस वक्त मोनू को हिरासत में लिया गया उस दौरान का एक सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बाजार में चोरों तरफ सादी वर्दी में घूम रहे पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। मोनू मानेसर के लिए इस तरह ‘चक्रव्यूह’ रचा गया था कि वह भागने या बचने की कोई कोशिश नहीं कर सका। कान पर फोन रखे हुए एक पुलिसकर्मी उसके नजदीक से गुजरता है और अचानक उसका हाथ पकड़ लेता है। चारों तरफ घूम रहे पुलिसकर्मी तेज रफ्तार में आगे बढ़ते हैं। मोनू समझ जाता है कि वह कानून के फंदे में फंस चुका है और वह चुपचाप साथ चल देता है।
क्या सब-कुछ पहले से तय था ?
पुलिसकर्मी बोलेरो और क्रेटा गाड़ी में आए थे। कुछ पुलिसकर्मी गाड़ी में रहे, जबकि कुछ बाजार में चारों तरफ फैल गए थे। कोई दुकान से सामान खरीदने का नाटक करता रहा तो कोई फोन पर बात करते हुए घूम रहा था। खुफिया सूचना (Secret Information) के आधार पर पुलिसकर्मी पहले से पूरा व्यूह रच चुके थे। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के मुताबिक, मोनू कुछ देर बाद बाजार में पहुंच गया। काले लिबास में दिख रहे मोनू ने न तो चेहरा ढंका था और न ही अपना हुलिया बदला हुआ था। ऐसे में कुछ लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि क्या सब-कुछ पहले से तय था? आखिर यह जानते हुए भी कि पुलिस उसे तलाश रही है, मोनू इस तरह खुलेआम बाजार में कैसे आ गया?