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ईयर ऑफ ग्रैटिट्यूड के रूप में धूमधाम से मनाया जाएगा Dalai Lama का 85वां जन्मदिन
धर्मशाला। कोरोना महामारी के बीच तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा (Dalai Lama) का 85वां जन्मदिन (85th Birthday) धूमधाम से मनाया जाएगा। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण लगाए प्रतिबंधों के बावजूद, केंद्रीय तिब्बत प्रशासन के अध्यक्ष डॉ लोबसांग सांगेय ने कहा कि तिब्बत के सबसे सम्मानित नेता के जन्मदिन के लिए समारोह में कोई कमी नहीं होगी। 14 वें चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो का 85वां जन्मदिन मनाने के लिए एक जुलाई से एक ‘ईयर ऑफ ग्रैटिट्यूड’ (Year of Gratitude) यानी कि आभार वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। अध्यक्ष डॉ लोबसांग सांगेय ने बताया कि तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा छह जुलाई को 85 वर्ष के हो जाएंगे। इस अवसर सीटीए काशग (संसद) 14वें दलाईलामा का 85वां जन्मदिन मनाएगी, जिसके तहत एक जुलाई से अगले वर्ष 30 जून 2021 तक पूरे विश्व में कई ऑनलाइन वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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6 जुलाई 1935 को उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में हुआ था जन्म
चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरू हैं। उनका जन्म 6 जुलाई 1935 को उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में रहने वाले ये ओमान परिवार में हुआ था। दो वर्ष की अवस्था में बालक ल्हामो धोण्डुप की पहचान 13 वें दलाई लामा थुबटेन ग्यात्सो के अवतार के रूप में की गई। तिब्बतियों द्वारा एक ‘जीवित देवता’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं। दुनिया के सबसे सम्मानित आध्यात्मिक नेता 6 जुलाई को 85 वर्ष के हो रहे हैं और उनके अनुयायियों ने उन्हें तिब्बतियों द्वारा एक ‘जीवित देवता’ के रूप में प्रतिष्ठित और ओरिएंट और पश्चिम में मूर्तिमान, 14 वें दलाई लामा बौद्ध धर्म, भाषा और यहां तक कि दूरी के सभी बाधाओं को पार करते हैं। उनके अनुयायियों ने उन्हें ‘ईयर ऑफ ग्राटिट्यूड’ को समर्पित करने के लिए वैश्विक समारोह की शुरुआत की है।
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दलाई लामा की विरासत को तिब्बती इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा
पूरे विश्व के तिब्बती लोग एक जुलाई से पूरा वर्ष दलाई लामा के उल्लेखनीय योगदानों की सराहना करते हुए ‘ईयर ऑफ ग्राटिट्यूड’ के तौर पर मनाएंगे। मैक्लोडगंज में 6 जुलाई का कार्यक्रम सार्वजनिक सभा के लिए कोरोनो वायरस दिशानिर्देशों के अनुसार 50 वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की एक उच्च स्तरीय सभा के माध्यम से मनाया जाएगा। इसी तरह, पूरे भारत में तिब्बती बस्तियां इस अवसर को संबंधित जिला, राज्य और केंद्रीय दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए आधिकारिक समारोहों के साथ चिह्नित करेंगी। ईयर ऑफ ग्राटिट्यूड के बैनर तले उन्होंने एक जुलाई से 30 जून, 2021 तक तिब्बती सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता और उनकी आजीवन उपलब्धियों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में वर्चुअल समारोहों और कार्यक्रमों की शुरुआत की घोषणा की। दलाई लामा की विरासत को तिब्बती इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा। इस तरह से तिब्बत की सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, और भाषाई विरासत के संरक्षण के साथ-साथ अहिंसा, मानवाधिकारों, धार्मिक सहिष्णुता, पर्यावरण जागरूकता और लोकतंत्र के संरक्षण के लिए भव्य जीवनकाल और योगदान है।