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India-China तनाव के बीच खत्म हुई रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री की PM के साथ बैठक; 4 जवान खतरे से बाहर
Last Updated on June 17, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत (India) और चीन (china) के बीच काफी दिनों से लद्दाख सीमा पर चल रहा तनाव अब अपने चरम पर पहुंच चुका है। बीते दिन भारतीय सेना (Indian Army) ने अपने एक बयान में जानकारी दी कि गलवान घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद (Martyr) हो गए हैं, इनमें एक कमांडिंग अफसर भी शामिल हैं। या पूरा मामला सामने आने के बाद से दिल्ली में माहौल काफी गरमाया हुआ है। मंगलवार से ही दिल्ली (Delhi) में जारी बैठकों के दौर के बीच बुधवार शाम को पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आवास पर एक बड़ी बैठक (Meeting) आयोजित की गई। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। ये बैठक समाप्त हो गई है। दोनों नेताओं ने बैठक के दौरान पीएम मोदी को लद्दाख के ताजा हालात और सैन्य तैयारियों से अवगत कराया है।
सेना प्रमुख ने कहा- बहादुर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
इस पूरे मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस मसले पर पीएम ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। वहीं अब इस पूरे मामले पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी बयान सामने आया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में मैं देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए हमारे सैनिकों के अनुकरणीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करता हूं।
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वहीं इस पूरी घटना पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि हम अपने बहादुर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। हम उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रदान करते हैं। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस सारी बयानबाजी और बैठकों के दौर के बीच एक राहत भरी खबर भी सामने आई है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार चीनी सैनिकों के साथ झड़प में घायल हुए भारत के 4 जवान खतरे से बाहर हैं। उन्हें गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में गंभीर चोट आई थी। बता दें कि हिंसक झड़प के बाद सेना की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया था कि इस हिंसक टकराव में भारतीय सेना के कुल 17 जवान घायल हुए थे।