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भारतीय IT पेशेवरों को झटका : #Trump ने 31 मार्च तक बढ़ाया H-1B व अन्य कार्य वीजा पर #Ban
नई दिल्ली। नए साल पर भी भारतीय आईटी पेशेवरों के रास्ते विदेश के लिए नहीं खुल पाए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा (H-1B Visa) के साथ ही अन्य विदेशी कार्य वीजा पर लगे प्रतिबंधों को तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया है। ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस का इलाज और वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन श्रम बाजार और सामुदायिक स्वास्थ्य पर महामारी का असर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इस फैसले से बड़ी संख्या में भारतीय आईटी पेशेवर (Indian IT professionals) और कई अमेरिकी तथा भारतीय कंपनियां प्रभावित होंगी, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने एच-1बी वीजा जारी किया था।
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गौर हो कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पिछले साल 22 अप्रैल और 22 जून को विभिन्न श्रेणियों के कार्य वीजा पर प्रतिबंध (Ban) लगाने का आदेश दिया था। ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूट द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि इस आदेश से फॉर्च्यून 500 कंपनियों के मूल्यांकन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा और उन्हें 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है। उक्त आदेश 31 दिसंबर को खत्म हो रहा था, लेकिन उससे पहले ट्रंप ने इसे 31 मार्च तक बढ़ाने की घोषणा की।
इस बारे में ट्रंप का कहना है कि जिन वजहों से ये प्रतिबंध लगाए गए थे वे नहीं बदले हैं। एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को कुछ व्यवसायों के लिए विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां (Technology companies) भारत और चीन जैसे देशों से प्रत्येक वर्ष दसियों हजार कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं। इस फैसले से अपने एच-1बी वीजा के नवीनीकरण का इंतजार कर रहे भारतीय पेशवरों पर भी असर पड़ेगा।