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Coronavirus: डॉ. लोबसांग सांग्ये ने तिब्बत में रह रहे तिब्बतियों को भेजा आशा संदेश
Last Updated on February 6, 2020 by Deepak
धर्मशाला। चीन अधिकृत तिब्बत में भी कोरोना वायरस (Coronavirus) का पहला मामला सामने आने से निर्वासित तिब्बतियों में चिंताएं बढ़ गई है। तिब्बत में अभी तक कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक तिब्बत ऑटोनॉमस रीजन (टीएआर), चिंगहई व सिचुआन प्रान्त शामिल हैं। तिब्बत में पहला 34 वर्षीय पीड़ित व्यक्ति हुबई प्रांत से 24 जनवरी को लौटा था। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष डॉ. लोबसांग सांग्ये तिब्बत के भीतर रह रहे तिब्बतियों को भेजे आशा के संदेश में कहा कि कोरोना वायरस की महामारी जल्द ही समाप्त हो जाएगी, लेकिन कोरोना वायरस (Coronavirus) के बचाव के लिए बुनियादी सुरक्षात्मक उपायों का सख्ती से पालन करना होगा।
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उन्होंने कहा कि इस महामारी फैलने की खबरों के कारण तिब्बत में रह रहे तिब्बतियों के बीच बहुत अधिक आतंक और भय होगा। हालांकि, वायरस के वैज्ञानिक अध्ययनों के आधार पर यह महामारी के इस चरण में खतरनाक है, लेकिन यह निश्चित रूप से बहुत जल्द ही समाप्त होगा। इस बीच सबसे महत्वपूर्ण अभ्यास सामूहिक प्रार्थनाओं का पालन करने के अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा निर्देशित आवश्यक सावधानियों का पालन करना है।
दलाईलामा ने अपने धर्मनिष्ठ चीनी और तिब्बती अनुयायियों और इसी तरह अन्य धार्मिक परंपराओं को निर्धारित किया है। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कोरोनो वायरस के खतरे से बचने के लिए चीन में अपने अनुयायियों को मंत्रोच्चार करने को कहा है। डॉ. लोबसांग सांग्ये ने कहा कि वह तिब्बत के भीतर के तिब्बतियों के साथ-साथ चीन में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) से प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।