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डॉ राजेश बोले-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सीएम सुक्खू को मानना होगा रोल मॉडल
धर्मशाला। हिमाचल कांग्रेस कोषाध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा (Himachal Congress Treasurer Dr. Rajesh Sharma) ने कहा है कि जिन प्रदेशों में बीजेपी की सरकार है वहां के सीएम (Chief Ministers of BJP Ruled States) को भी हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से सबक लेकर उनको अपना रोल मॉडल (Role Model) मानना चाहिए ताकि देश का हर प्रदेश आत्मनिर्भर बन सके। डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि जिस तरह से हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने अपने शुरुआती कार्यकाल में ही समाज के हर वर्ग को मूलभूत सुविधाएं देने के साथ-साथ प्रदेश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल कर और फिजूलखर्ची रोककर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है वो पूरे देश के लिए एक मिसाल बन चुकी है।
सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के हितों की रक्षा की
डाॅ राजेश ने कहा कि सरकारी कर्मचारी काफी लंबे समय से एनपीएस की जगह ओपीएस की मांग कर रहे थे और पिछली बीजेपी सरकार के वक्त तत्कालीन सीएम जयराम ठाकुर ओपीएस लागू करने के लिए अपने हाथ खड़े कर चुके थे और केन्द्र सरकार के नेता भी प्रदेश में आकर ये ब्यान दे रहे थे कि पूरे देश में कहीं भी ओपीएस (OPS) शुरू करना नामुमकिन है। लेकिन जैसे ही सुखविंदर सुक्खू ने प्रदेश सरकार की बागडोर संभाली तो उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय देते हुए ओपीएस को बहाल कर दिया। हालांकि ओपीएस की बहाली से पहले केंद्र की बीजेपी सरकार के कई मंत्री सीएम सुक्खू को केंद्रीय मदद जो हर प्रदेश को दी जाती है उसको रोकने की धमकियां देने लगें। लेकिन हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने शुरू में बिल्कुल साफ कर दिया कि किसी भी प्रदेश का मूलभूत विकास वहां के कर्मचारियों और अधिकारियों पर निर्भर करता है और कर्मचारी और अधिकारी सरकार रूपी गाड़ी के इंजन होते है। उन्होंने कहा कि बिना इंजन के गाड़ी चलना संभव नहीं होती और प्रदेश के कर्मचारी और अधिकारियों और आम जनता के हितों की रक्षा करना उनका पहला दायित्व है।
सीएम सुक्खू बनाएंगे प्रदेश को आत्मनिर्भर
डाॅ राजेश शर्मा ने कहा कि जिस तरह पूर्व में बीजेपी (BJP) सरकार के सीएम हर महीने केंद्र सरकार के पास कर्जा लेने पहुंच जाते और प्रदेश के संसाधनों का और केंद्र से लिए कर्जे का इस्तेमाल विकास की जगह अपने तथा मंत्रियों और बीजेपी नेताओं के ऐशों आराम पर खर्च करते आए है उसका नतीजा है कि प्रदेश की जनता ने बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया। डाॅ राजेश ने कहा कि उस समय प्रदेश पर 75000 स्पए का कर्जा चढ़ चुका था और आज स्थिति है कि प्रदेश का हर व्यक्ति लगभग 92000 रूपए के कर्जे (Loan) के नीचे दबा हुआ है। डाॅ राजेश ने कहा कि इसके विपरित ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू जैसे ही सीएम बने उन्होंने पहले दिन से ही प्रदेश को कर्जे पर ना चलाने के संकेत दे दिए और साफ कर दिया कि अगले चार वर्षों में हम प्रदेश की पटरी से उतर चुकी अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाकर प्रदेश को आत्मनिर्भर बना देंगें।
अपनी कमाई पर चलने वाला पहला प्रदेश होगा हिमाचल
डाॅ राजेश ने कहा कि सीएम सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश केंद्र सरकार या अन्य वित्तिय एजेंसियों के रहमों कर्म पर नहीं बल्कि अपनी कमाई पर चलने वाला पहला प्रदेश माना जाएगा। डाॅ राजेश ने कहा कि सीएम सुक्खू द्वारा पहल का नतीजा लगातार सामने आ रहा है और पिछले दो महीनों से हिमाचल प्रदेश से रिकार्ड 5007 करोड़ रूपए का राजस्व एकत्र हुआ है जिसमें की लगभग पिछले राजस्व से 13 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि हुई है और इसके साथ ही 1.85 लाख ई-वे बिलों के सत्यापन से लगभग 92 लाख रूपए जुर्माने से जुटाए गए है और प्रदेश की जनता अब ये मानना शुरू कर चुकी है कि हमारा प्रदेश अब कर्जे पर नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) पर चलेगा।
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