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Farmer’s Protest : शाह-अमरिंदर की होगी मीटिंग, किसान बोले, सरकार से अलग-अलग नहीं- एक साथ मिलेंगे
Last Updated on December 3, 2020 by
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन (Farmer’s Protest) का आज आठवां और दिन है, आज दोनों पक्षों के बीच फिर बातचीत होगी। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab CM Captain Amarinder Singh) की मीटिंग होगी। कैप्टन कई सुझाव देंगे ताकि गतिरोध खत्म किया जा सके। इससे पहले गतिरोध खत्म करने के लिए पहली दिसंबर को सरकार ने पंजाब और यूपी के किसानों से अलग-अलग बात की थी। यह बैठक बेनतीजा रही थी। अबकी मर्तबा किसानों ने फैसला लिया कि सरकार से अब अलग-अलग नहीं, एक साथ मीटिंग करेंगे। आंदोलन में सबसे ज्यादा पंजाब के किसान हैं, पंजाब के सीएम कैप्टन गतिरोध खत्म करने को अहम रोल निभा सकते हैं। आंदोलन से सबसे ज्यादा नुकसान लोगों का हो रहा। मीटिंग से जल्द बीच का रास्ता निकालने की कोशिश होगी।
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कैप्टन बता सकते हैं कि किसान क्या चाहते हैं और केंद्र को गतिरोध खत्म करने के लिए क्या करना चाहिए। किसानों ने आपत्तियों का 10 पेज का डॉक्यूमेंट तैयार किया है। किसानों की सरकार से आज चौथी और दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर आंदोलन शुरू करने के बाद दूसरी बातचीत होगी। किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन में कहीं बाहरी लोग खलल न डाल दें, इसको लेकर किसान संगठनों में भी चिंता बनी हुई है। इसके लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। सुरक्षा के लिए आसपास करीब 100 नौजवान किसान लाठियां लिए और गले में आईकार्ड डाले तैनात रहते हैं। किसी को भी अनुशासन भंग नहीं करने दिया जाता। सुबह स्टेज की कार्रवाई शुरू होते ही नौजवान वॉलंटियर्स को पहरे पर लगा दिया जाता है, जो यह तय करते हैं कि स्टेज या आसपास कोई गलत तत्व या हुडदंगबाज ना पहुंच पाए। स्टेज पर किसी के लिए कोई कुर्सी नहीं रखी गई। किसे स्टेज पर बोलना है, कितना समय बोलना है, यह भी ज्वाइंट कमेटी तय करती है। बाहर से आए धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के नुमाइंदों या कलाकारों को स्टेज पर बोलने का फैसला भी कमेटी करती है।