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कर्नाटक विस चुनाव 2023: थम गया प्रचार का शोर, इस दिन होगा मतदान
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election) के लिए चुनाव प्रचार आज शाम यानी 8 मई पांच बजे थम गया। इस बार चुनाव प्रचार में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग के साथ-साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
बता दें कि इस बार चुनाव प्रचार के दौरान बजरंग बली, महंगाई, भ्रष्टाचार, मुस्लिम आरक्षण समेत कई मुद्दों को लेकर काफी चर्चा हुई। आदर्श आचार संहिता के अनुसार, सोमवार को चुनाव प्रचार (Election Campaign) का अंतिम दिन था। वहीं, अब जनता 10 मई को तय करेगी कि राज्य में कौनसी सरकार बनेगी।
बीजेपी ने चौतरफा घेरा
गौरतलब है कि कांग्रेस कर्नाटक में रणक्षेत्र में शुरू से ही आगे चल रही थी, लेकिन बीजेपी ने चुनावी घोषणा पत्र का जिक्र करके कांग्रेस को चौतरफा घेर लिया।
बजरंग दल को बैन
वहीं, कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की घोषणा की। जबकि, पीएम मोदी ने अपनी रैलियों में बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से करते हुए कांग्रेस को जमकर घेरा।
असहज महसूस कर रही बीजेपी
बता दें कि कर्नाटक में 80% मतदाता हिंदू हैं। ऐसे में कांग्रेस शुरू से ही महंगाई, भ्रष्टाचार और मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी का घेराव कर रही थी, जिसके चलते बीजेपी थोड़ा असहज महसूस कर रही थी। हालांकि, बजरंग दल को बैन करने वाली बात ने बीजेपी को एक जबरदस्त मौका दे दिया। जिसके चलते कांग्रेस ने पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य में बजरंगबली के कई मंदिर बनवाने की घोषणा कर दी।
आरक्षण पर विचार करेगी कांग्रेस
जानकारी के अनुसार, अगर राज्य में कांग्रेस की वापसी होगी तो वे मुस्लिम को आरक्षण देने पर विचार करेगी। ये बात कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र पर बात कही है।
जमकर हुई राजनीति
बीजेपी ने लिंगायत और वोक्कालिगा को 2-2 प्रतिशत आरक्षण दिया है। जिसके चलते कुल चार प्रतिशत काटे गए वोट मुस्लिम आरक्षण का हिस्सा था। जिसके बाद इस पर जमकर राजनीति हुई।
एफआईआर करवाई दर्ज
बता दें कि बीजेपी के एक नेता ने चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के परिवार को मार देने की बात कही। जिसके चलते कांग्रेस के एक नेता ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है।