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मार्केट में फिर धमाका करने उतरेगी नैनो, इलेक्ट्रिक लखटकिया का नया लुक बनाएगा आपको दिवाना
हर घर तक कार पहुंचने का सपने को पूरा करने के लिए टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने बाजार में नैनो (Nano) कार उतरी थी। इसे लखटकिया कार से जाना गया, लेकिन बाद में इसका प्राइज बढ़ने से लोगों ने इस पर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिसके कारण यह कारण यह कार मार्केट (Market) में ज्यादा सफलता नहीं पा सकी। भले ही टाटा मोटर्स ने इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया हो, अभी भी यह कार सड़कों पर दौड़ती नजर आती है। टाटा ने इस कार को अब नए लुक के साथ बाजार में फिर से उतारने का प्लान बनाया है। यह कार रतन टाटा को भी काफी पसंद आई है।
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रतन टाटा को भा गई इलेक्ट्रिक लखटकिया
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Electric Vehicles) के लिए पावरट्रेन बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रा ईवी ने लखटकिया कार (Lakhtakia car) को कस्टमाइज कर इलेक्ट्रिक कार का रूप दे दिया है। कंपनी ने खुद ही इसकी जानकारी लिंक्डइन पर दी। कंपनी ने बताया कि उसके फाउंडर रतन टाटा (Ratan Tata) को न सिर्फ यह कार पसंद आई, बल्कि उन्होंने नैनो ईवी की सवारी का भी आनंद लिया। कंपनी ने कहा कि रतन टाटा को 72वी नैनो ईवी डिलीवर करना और उनका फीडबैक हासिल करना सुपर प्राउड फीलिंग है।
इलेक्ट्रा ईवी के लिए रहा मूमेंट ऑफ ट्रुथ
इलेक्ट्रा ईवी ने सोशल मीडिया (Social Media) पर रतन टाटा के साथ नैनो ईवी की एक तस्वीर भी शेयर की है। उस तस्वीर में रतन टाटा, नैनो ईवी के साथ शांतनु नायडू भी दिख रहे हैं, जो रतन टाटा के सहयोगी हैं। कंपनी ने तस्वीर के साथ लिखा, यह टीम इलेक्ट्रा ईवी (Electra EV) के लिए मूवमेट ऑफ ट्रूथ है, जब हमारे फाउंडर ने कस्टम.बिल्ट नैनो ईवी की सवारी की, जो इलेक्ट्रा ईवी के पावरट्रेन पर तैयार है।
टाटा नैनो ईवी की रेंज 160 किलोमीटर
नैनो ईवी (Nano EV) की 4 सीटों वाली कार है और इसकी रेंज 160 किलोमीटर तक है। यह कार 10 सेकेंड से कम समय में जीरो से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। इसमें लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है। टाटा मोटर्स का इस कार के बारे में कहना है कि यह रियल कार वाली फील देती है।
72वी आर्किटेक्चर इस कस्टम बिल्ट नैनो ईवी में 72वी आर्किटेक्चर का इस्तेमाल किया गया है। टिगोर ईवी में भी इसी पावरट्रेन का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी ने इसके डिजाइन को मॉडिफाई कर ऑटो मोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा सर्टिफाइड रेंज 213 किलोमीटर को अचीव कर लिया। ऐसा करने में कंपनी ने पावरट्रेन में कोई फिजिकल बदलाव भी नहीं किया।