-
Advertisement
कीर्ति चक्र लौटाने राजभवन पहुंचा शहीद का परिवार, वादाखिलाफी का आरोप
Last Updated on September 21, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। शहीद के नाम की घोषणाएं 18 साल बाद भी पूरी ना होने पर शहीद के परिवार (Family of Martyr) वालों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। शहीद का परिवार आज शहीद को मिले कीर्ति चक्र (Kirti Chakra) को लौटाने के लिए शिमला राजभवन पहुंचा। कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर (Jaisinghpur) के जवान अनिल चौहान 2002 में असम में शहीद हुए थे। उनकी शहादत पर उन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया था। उसी वक़्त तत्कालीन सरकार ने शहीद के नाम पर स्मारक बनाने व स्कूल का नाम रखने की घोषणा की थी, लेकिन 18 साल के बाद भी सरकार ने दोनों वादे पूरे नहीं किए हैं। नाराज शहीद अनिल का परिवार आज कीर्ति चक्र लौटने राजभवन पहुंच गया। शहीद की मां राजकुमारी का कहना है कि 23 साल के बेटे ने 2002 में असम में अपनी शहादत दी थी। उस वक़्त वीरभद्र सरकार ने अनिल के नाम पर स्कूल का नाम रखने व स्मारक बनाने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ।
यह भी पढ़ें: #Himachal का जवान पश्चिम बंगाल में शहीद, राजकीय सम्मान से किया अंतिम संस्कार
18 साल तक वादे पूरे ना करना शहीदों का अपमान है। इसलिए वह कीर्ति चक्र लौटने आई हैं। उधर, परिवार को लेकर राजभवन पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा ने बताया कि यह एक शहीद परिवार की बात नहीं है। प्रदेश में ऐसे कितने शहीद हैं, जिनके साथ सरकार वादाखिलाफी कर रही है। इसलिए नाराजगी है, यही वजह है कि इस परिवार को कीर्ति चक्र लौटने राजभवन आना पड़ा है। इसी बीच सीएम जयराम ठाकुर भी राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे थे। शहीद के परिवार को देखकर उन्होंने गाड़ी रोकी व शहीद परिवार को आश्वासन दिया। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने कहा कि कहां कमी रही है बैठकर बात कर समस्या हल की जाएगी। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड निकाला जाएगा।