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#FarmersProtest : चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने की #Republic_Day परेड की रिहर्सल, बुराड़ी में बोए जा रहे प्याज
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन आज 33वें दिन में पहुंच चुका है। वहीं, चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने आज सूर्य प्रणाम और योगाभ्यास के साथ ही गणतंत्र दिवस (Republic Day) की परेड के लिए रिहर्सल की। वहीं, कई किसान प्रदर्शनकारी बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कुछ भी कर ले, लेकिन जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक हम आंदोलन (Protest) खत्म नहीं करेंगे। कुछ किसानों ने बुराड़ी मैदान में प्याज की बुवाई की है, इससे वह खुद को व्यस्त रखे हुए हैं। एक किसान ने कहा कि हम यहां जमीन पर प्याज बोने में लगे हुए हैं। हमें यहां आए एक महीना हो चुका है। हम यहां क्या कर सकते हैं, क्योंकि हमारे पास कोई काम नहीं है। पंजाब में जमीन बहुत महंगी है। यह फ्री में उपलब्ध है इसलिए हम प्याज की खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए सहमत नहीं हैं तो हम पूरे मैदान में प्याज की फसल बोएंगे।
"Today, it has been a month since the farmers have been protesting. The Govt should repeal the three laws. As soon as that happens, we'll return to our homes," says a farmer from Punjab, at the designated protest site in Delhi's Burari
Visuals from Burari ground & #Tikriborder pic.twitter.com/UasEGVRN7S— ConnectGujarat (@ConnectGujarat) December 26, 2020
गौर हो कि कई दौर की वार्ता के बाद मंगलवार यानी 29 दिसंबर को एक बार फिर किसान और केंद्र सरकार (Farmers and Central Government) की बैठक होगी। इससे पहले किसान संगठनों ने रविवाल को ऐलान किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं हरियाणा के सभी टोल फ्री करेंगे। वहीं पंजाब में किसानों ने 1411 मोबाइल टावरों के कनेक्शन भी काट दिए। आज भी किसान आंदोलन के चलते दिल्ली (Delhi) की कई सीमाएं और रास्ते बंद रहेंगे। आज भी दिल्ली के सिंघु, औचंदी, पियाऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद रहेंगे इसलिए इन रास्तों से जाने वालों को लामपुर साफियाबाद, पल्ला और सिंघु टोल टैक्स बॉर्डर के वैकल्पिक मार्ग से जाने की सलाह दी गई है। मुकरबा और जीटी करनाल रोड से ट्रैफिक डायवर्ट है इसलिए आउटर रिंग रोड, जीटी करनाल रोड और एनएच 44 से न जाने की सलाह है।
कांग्रेस पार्टी की नसों में आजादी आन्दोलन एवं किसानों-मजदूरों के आन्दोलन का रक्त बहता है।
हमारे स्थापना दिवस पर यूपी में हमें महापुरुषों का माल्यार्पण करने, संदेश यात्रा निकालने से रोका जा रहा है। नेताओं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार, नजरबंद किया जा रहा है।
ये लोकतंत्र की हत्या है। pic.twitter.com/IHuN61mBMM
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 28, 2020
प्रियंका गांधी ने कहा- सरकार किसानों के प्रति उत्तरदायी
उधर, यूपी गेट पर किसानों ने कृषि कानूनों (Agricultural laws) के विरोध में शवयात्रा निकालकर गुस्सा जाहिर किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों से उनके द्वारा बनाया गया सांकेतिक शव छीन लिया। इस दौरान किसान और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
किसानों के पक्ष में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि जिस तरह के शब्द सरकार किसानों के लिए इस्तेमाल कर रही है वह पाप है। सरकार किसानों के प्रति उत्तरदायी है। सरकार को उनकी सुननी चाहिए और ये कानून वापस लेना चाहिए।