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JNU छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी के खिलाफ एफआईआर, ये है आरोप
Last Updated on January 7, 2020 by
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने JNU छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। आइशी व 19 अन्य लोगों पर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने, सर्वर रूम को तबाह करने का आरोप है। JNU प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की है।
गौर हो, 5 जनवरी को हुई हिंसा में छात्रसंघ अध्यक्ष (Student union president) को भी चोट आई थी। हिंसा में उन्हें सिर पर चोट आई थी। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हिंसा के बाद देश के कई भागों में इसका रोष देखने को मिल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। उधर, मुंबई पुलिस ने भी अपील की है कि प्रदर्शन करने वाले लोग आजाद मैदान में आ सकते हैं। क्योंकि अन्य जगहों पर प्रदर्शन करने से लोगों को परेशानी हो रही है।
बता दें, इस हिंसा पर आईशी से भी अपना पक्ष रखा था। सबसे पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे। यह एक सुनियोजित हमला था। वे लोगों को बाहर निकाल-निकालकर हमला कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर को तुरंत हटाया जाए। आइशी ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि जेएनयू की लोकतांत्रिक संस्कृति को कुचलने की कोशिश की जा रही है, जो सफल नहीं होगी। छात्र नेता ने कहा कि छात्रों के खिलाफ लोहे की छड़ का जवाब वाद-विवाद और बातचीत के जरिए दिया जाएगा। जेएनयू की संस्कृति खत्म नहीं होगी, वह बरकरार रहेगी।