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हंसराज मौत मामले पर फूटा गुस्सा, DC Office के बाहर ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे पूर्व विधायक
बिलासपुर। जिले के लिंगड़ी गांव के रहने वाले हंसराज की संदिग्ध मौत मामले (Hansraj death case) को लेकर लोगों में रोष है। मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर बिलासपुर सदर सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर (Former MLA Bambar thakur) हंसराज के परिजनों व स्थानीय ग्रामीणों के साथ डीसी कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए हैं। हंसराज टैक्सी ड्राइवर था और कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में लगे कर्फ्यू के बीच मध्य प्रदेश से सवारी को छोड़कर बिलासपुर (Bilaspur) वापस लौटा थे जिसे स्वारघाट में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया था। वहां गिरकर चोट लगने पर उसे पहले बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल लाया गया जहां से उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया था। शिमला ले जाते हुए उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। इसके बाद से हंसराज के परिजन लगातार उसकी मौत की निष्पक्ष जांच की मांग करते आ रहे है। हंसराज की मौत को 48 दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई ना होते देख बिलासपुर सदर से कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने आज हंसराज के परिजनों व ग्रामीणों के साथ मिलकर डीसी कार्यालय परिसर में धरना दिया।
परिजनों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग
एक ओर जहां हंसराज के परिजन मौत किन हालातों में और कैसे हुई इसकी भी निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे है, वहीं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने क्वारंटाइन सेंटर में हंसराज के गिरकर चोट लगने से लेकर आईजीएमसी शिमला (IGMC Shimla) भेजने में हुई देरी और सही इलाज ना मिलने को लेकर उचित जांच और हंसराज के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की सीएम जयराम ठाकुर से मांग की है। वहीं पूरे मामले को लेकर एसडीएम बिलासपुर रामेश्वर का कहना है की जब तक पोस्टमार्टम से संबंधित बिसरा रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक कुछ कह पाना संभव नहीं है। उन्होंने प्रशासन द्वारा हंसराज की मौत के संबंध में उचित कार्रवाई की बात भी कही है।