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गौतम गंभीर ने Virat Kohli की कप्तानी पर कसा तंज़; बोले- अभी तक कुछ भी नहीं जीता
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की कप्तानी पर करारा तंज़ कसा है। गौतम गंभीर ने विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभी कोहली को बहुत कुछ हासिल करना है। एक टीम में जब तक आप ट्रॉफी नहीं जीतते, तब तक आपको गंभीरता से नहीं लिया जाएगा। गंभीर का मानना है कि विराट कोहली अगर टी20 क्रिकेट (T-20 Cricket) में सफल हैं तो इसका पूरा श्रेय उनकी बेहतरीन फिटनेस (Fitness) को जाता है। उन्होंने कहा कि विराट के पास भले ही क्रिस गेल जैसी ‘ताकत’ और एबी डि विलियर्स जैसी ‘क्षमता’ नहीं है लेकिन वह काफी फिट हैं। कोहली टेस्ट और वनडे में तो सफल हैं ही, उन्होंने टी20 में भी अपनी विशेष छाप छोड़ी है।
विकेटों के बीच दौड़ लगाने और स्ट्राइक रोटेट करने में भी कोहली का कोई सानी नहीं
गंभीर ने एक क्रिकेट शो में बातचीत के दौरान कहा कि विकेटों के बीच दौड़ लगाने और स्ट्राइक रोटेट करने में भी कोहली का कोई सानी नहीं है। इस मामले में गेल, डि विलियर्स और रोहित शर्मा भी उनसे पीछे हैं। बक़ौल गंभीर, क्रिस गेल या एबी में विशेषकर स्पिनरों के सामने स्ट्राइक रोटेट करने का कौशल नहीं है लेकिन विराट के पास है और इसलिए उनका औसत 50 से ऊपर है।
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पूर्व भारतीय ओपनर का मानना है कि विराट का सबसे मजबूत पक्ष उनकी फिटनेस है और उन्होंने इसे अपने खेल में अच्छी तरह से ढाला है। यही वजह है कि वह इतने सफल हैं, इसलिए इसका श्रेय उन्हें जाता है। उन्होंने कहा कि सबसे अहम बात यह है कि वह विकेटों के बीच बहुत अच्छी तरह से दौड़ लगाते हैं, ज्यादातर बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाते हैं।
विराट कोहली 2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे
गंभीर आगे कहते हैं कि क्रिकेट जगत में इस समय बहुत कम क्रिकेटर हैं जो हर गेंद पर स्ट्राइक बदल सकते हैं और विराट यह काम बहुत अच्छी तरह से करते हैं। आप रोहित शर्मा को ही देख लो, स्ट्राइक रोटेट करने में मामले में रोहित शर्मा में वह खूबी नहीं है जो विराट में है। रोहित शर्मा के पास बड़े शॉट लगाने का कौशल है लेकिन इस (स्ट्राइक रोटेट) मामले में उनकी तुलना में विराट में अधिक निरंतरता है। बता दें कि विराट कोहली 2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे और बाद में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में निर्णायक भूमिका निभाई। हालांकि, दोनों अवसरों पर, एमएस धौनी भारतीय टीम के कप्तान थे। कोहली की कप्तानी में भारत आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ हार गया था, जबकि पिछले साल वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में टीम को हार झेलनी पड़ी थी।