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Ghraan | School | Education |
Last Updated on September 15, 2023 by Soumitra Roy
मंडी / हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा का दंश आम लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी झेलना पड़ रहा है। बहुत से ऐसे स्कूल हैं जो इस आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं और अब इन स्कूलों का संचालन नीजि भवनों में किया जा रहा है। ऐसा ही एक स्कूल मंडी जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर घ्राण गांव में स्थित है। सीनियर सकेंडरी स्कूल घ्राण का भवन 9 और 10 जुलाई को आई बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रसत हो गया था, जिससे स्कूल का 1 करोड़ 60 लाख का नुसकान हुआ है। स्कूल प्रबंधन ने घ्राण के साथ लगते सुम्मा गांव में लोगों के घरों पर 8 कमरे, एक हॉल, चार शौचालय और दो खेत किराए पर लिए हैं, जिनमें स्कूल का संचालन किया जा रहा है। स्कूल प्रधानाचार्या रीनू शर्मा ने बताया कि स्कूल के सही संचालन के लिए कुछ और कमरों की जरूरत है यदि वे मिल जाएं तो बेहतरीन ढंग से स्कूल का संचालन हो सकता है।