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3 क्विंटल मक्खन और सूखे मेवों बाबा बैजनाथ का हुआ अभिषेक, सजा घृतमंडल
शिव सूद/बैजनाथ। प्रसिद्ध बैजनाथ शिव मंदिर (Baijnath Shiva Temple) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के पावन पर्व पर रविवार को घृतमंडल बनाया गया। यह लगभग शाम 7:00 बजे तक चला। करीब 3 क्विंटल शुद्ध घी को पिघलाकर उसे मक्खन बनाया गया। घृत मंडल को पानी से 108 बार धोया गया। इससे पहले शिव मंदिर के पुजारियों ने आरती के बाद पूजा-अर्चना की। घृतमंडल (Ghritmandal) को सूखे मेवों, फल-फूल से सजाया गया है। अगले 7 दिनों तक भगवान भोलेनाथ इसी रूप में अपने भक्तों को दर्शन देंगे। आगामी 21 जनवरी को घृत मंडल को सुबह की आरती के बाद उतारकर प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा। लोग इस प्रसाद को पूरे साल संभालकर रखते हैं। इसका उपयोग चर्म रोग (Skin Disease ) को ठीक करने के लिए करते हैं। घृत मंडल पर्व पर मंदिर के गर्भगृह की सजावट फूलों से की गई है। मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।
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इसलिए चढ़ाया जाता है घी
मंदिर पुजारी सुरेंद्र आचार्य के अनुसार मंडी रियासत (Mandi) के राजा चंद्रसेन ने भगवान शिव के दर्शन किए। तब उनके मन में शिवलिंग को मंडी ले जाने की इच्छा पैदा हुई। राजा चंद्रसेन ने इच्छा पूर्ति के लिए भगवान शिव (Lord Shiva) का रुद्राभिषेक किया। इस दौरान राजा अचेत हो गए। अचेत स्थिति में राजा को सपना आया कि ऐसा करने पर उसकी रियासत का विनाश हो जाएगा। इसका प्रायश्चित करने के लिए राजा ने हर वर्ष एक मन घी से भगवान का लेप करने का वचन दिया।