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राज्यपाल आर्लेकर बोले: लोगों में फूट और समाज को बांटने की हो रही कोशिश
ऊना। आज के दौरन में लोगों में फूट डालने और समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। देवी देवताओं के नाम पर लोगों में फूट डाली जा रही है। एक दूसरे के धर्म को लेकर अवशब्द कहे जा रहे हैं, ताकि समाज कई हिस्सों में बंट जाए। यह बात राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने नगर परिषद संतोषगढ़ (City Council Santoshgarh) के गुरु रविदास मंदिर से जुड़े ऐतिहासिक जोड़ मेले में कही। इस इससे पहले मंदिर कमेटी एवं जोड़ मेला कमेटी ने राज्यपाल का भव्य स्वागत किया।
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कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे राज्यपाल ने सबसे पहले गुरु रविदास मंदिर में शीश नवाया और मंदिर परिसर में ही लगी धार्मिक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। जबकि इसके बाद उन्होंने सभा स्थल में रविदास मंदिर से जुड़े वर्ष 2005 के प्रकरण में संघर्ष करने वाले परिवारों को सम्मानित किया। आर्लेकर ने कहा कि लोगों को गुरु रविदास की सीख को जीवन में अनुसरण करने की जरूरत है। उनकी सीख पूरे देश के लिए आदर्श है। उसे किसी सीमा में नहीं बांधा जा सकता।
इस मौके पर अपने संबोधन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहा कि गुरु रविदास महाराज की शिक्षाएं अनुसरण करने योग्य है। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास किसी एक समुदाय विशेष के न होकर संपूर्ण समाज के महान संत रहे हैं। जिन्होंने समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया। राज्यपाल ने कहा कि मंदिर के ऐतिहासिक जोड़ मेले में पहुंचकर उन्हें मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को एक पुस्तक का रूप दिए जाने की जरूरत है, ताकि गुरु रविदास (Guru Ravidas) से जुड़े तमाम लोगों और आने वाली पीढ़ियों को भी इस संघर्षपूर्ण गाथा से अवगत करवाया जा सके।