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Kinnaur के मालिंग नाला में गिरी भारी चट्टान, NH-5 हुआ बंद, दोनों ओर लगी वाहनों की कतारें
रिकांगपिओ। हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते सड़क मार्गों को नुकसान हुआ है और वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। प्रदेश के दुर्गम जिला किन्नौर ( Kinnaur Distt) में आज ताबो-काजा जाने वाले मार्ग पर मालिंग नाला में भारी चट्टान गिरने से राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 (National Highway 5) पूरी तरह से बंद हो गया है। इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से थम गया है। मालिंग नाला में राष्ट्रीय उच्च मार्ग के बंद होने से एनएच के दोनों ओर सैकड़ों वाहन की लंबी कतारें लग गई हैं। पूह के शलखर, चांगो, सुमरा सहित काजा क्षेत्र और सीमाओं की ओर जाने के लिए मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो चुका है।
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कहा जा रहा है कि मालिंग नाला में मार्ग बहाली में दो से तीन दिन का समय लग सकता है क्योंकि चट्टान खिसकने का क्रम अभी भी जारी है। ऐसे में बीआरओ किसी प्रकार की जोखिम नहीं उठा रहा है। मार्ग के बाधित होने से काजा, शलखर, चांगो, सुमरा गांव के नकदी फसल मटर पर भी संकट खड़ा हो गया है। नाले को पार करने के लिए और कोई विकल्प भी नहीं है, ऐसे में लोग मार्ग बहाली का इंतजार कर रहे है।
रिस्पा गांव में बादल फटने से हुआ था भारी नुकसान
इससे पहले, मंगलवार रात को किन्नौर के रिस्पा गांव के चेरांग नाले में बादल फटने से आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ। रिस्पा गांव को जोड़ने वाले एकमात्र मार्ग पर बना पुल भी बह गया। बाढ़ का पानी साथ लगते सतलुज नदी में जाने से अक्पा के पास एनएच-5 पर बना अस्थायी पुल भी बह गया। देर रात करीब साढे 12 बजे रेस्पा के चेरांग नाले में गड़गड़ाहट की आवाज आने लगीं, जिससे ग्रामीण सहम गए। ग्रामीणों ने नाले के आसपास के लोगों को सचेत कर दिया। अचानक नाले में आई बाढ़ से रिस्पा संपर्क सड़क व पुल पूरी तरह से बह गए और सड़क पर गहरी खाई बन गई। अब लोगों को गांव आने-जाने के लिए झूले का सहारा लेना पड़ रहा है। इस बाढ़ से पेयजल स्कीम व सिंचाई नहर को भी नुकसान हुआ है। इसके अलावा एक बागवान के सेब के बगीचे को भी आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। चेरंग गरंग नहर भी करीब 300 से 400 मीटर बह गई है।