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चिट्टे के उपयोग को गैर जमानती अपराध बनाए केंद्र, विस में संकल्प पारित
Last Updated on December 21, 2023 by Soumitra Roy
रविंद्र चौधरी/ धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा (Himachal Assembly) ने गुरुवार को लंबी चर्चा के बाद चिट्टे (Hashish) के उपयोग से जुड़े सभी मामलों को गैर जमानती अपराध (Non Bailable Crime) बनाने के लिए केंद्र सरकार से NDPS एक्ट में संशोधन की मांग की। विधानसभा में इस विषय पर एक संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया। संकल्प में चिट्टे से होने वाली मौत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने और नशे के दुरुपयोग के खिलाफ कड़े प्रावधानों की मांग की गई है। युवाओं में लगातार बढ़ रहे नशे के प्रचलन और राज्य की सीमाओं में इसकी रोकथाम तथा कानून को सुद्ढ़ करने के लिए नीति बनाने पर विचार के लिए बीजेपी के सुखराम चौधरी और कांग्रेस के कुलदीप सिंह राठौर के संकल्प पर चर्चा का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार चिट्टे से जुड़े किसी भी आरोपी को नहीं बख्शेगी। चाहे वह कितना ही बड़ा आदमी हो।
नशा मुक्ति केंद्रों की होगी जांच
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के पास इस तरह की सूचनाएं हैं कि नशा मुक्ति केंद्र (Drug Rehabilitation Centers) ही नशा बेचने के सबसे बड़े केंद्र बन गए है, जो कि चिंता का विषय है। इस समय निजी क्षेत्र में 83 और सरकार के 6 नशा मुक्ति केंद्र हैं। नशा मुक्ति केंद्रों का सरकार निरीक्षण (Inspection) करवाएगी और बजट सत्र में इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी।
नारकोटिक्स में होगी 500 जवानों की भर्ती
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में ड्रग माफिया (Drug Mafia) पर शिकंजा कसने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मजबूत करने जा रही है। इसकी तीन यूनिटों में सरकार 500 जवानों और अधिकारियों की तैनाती करेगी और ये टाक्स फोर्स (Task Force) सिर्फ ड्रग माफिया के खिलाफ काम करेगा। अग्निहोत्री ने यह भी कहा कि एम्स के सर्वेक्षण में नशाखोरी की राष्ट्रीय औसत 1.2 की तुलना में हिमाचल का औसत 3.5 फीसदी है, जो चिंता की बात है। मुकेश अग्निहोत्री ने ईडी से आग्रह किया कि वह प्रदेश सरकार के भेजे गए ड्रग तस्करों की 30 करोड़ की संपत्ति जब्त करने और वित्तीय गड़बड़ियों संबंधी 23 मामलों में तुरंत कार्रवाई करे। उन्होंने केंद्र सरकार से प्रदेश में एनसीबी (NCB) का कार्यालय खोलने का भी केंद्र सरकार से आग्रह किया।
लगभग आधे कैदी चिट्टे के मामलों में बंद
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश पुलिस ने एक साल में 14 किलो चिट्टा पकड़ा और इस संबंध में 1757 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस समय प्रदेश की जेलों में 2901 कैदी है, जिसमें 1205 चिट्टे के मामलों में पकड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जेले भर गई है, अब जेलों में कैदियों को रखने की जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते एक साल में ही राज्य में 313 किलो चरस, 343 किलो अफीम, 630 किलो चूरापोस्ट, 104 किलो गांजा, 76513 नशीली गोलियां, 1578 सिरप, 15.53 लाख अफीम के पौधे और 9.14 लाख भांग के पौधे पकड़े गए। इस संबंध में 2000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में आधिकारिक तौर पर चिट्टे से केवल अभी तक 5 मौतें हुई हैं। लेकिन वास्तविक आंकड़ा इससे कई गुना अधिक है।