-
Advertisement
स्टाम्प संशोधन और भू राजस्व संशोधन बिल विधानसभा में पारित, विपक्ष का भारी विरोध
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र (Monsoon Session Of Himachal Vidhan Sabha) के छठे दिन शनिवार को विपक्ष के हंगामे के बीच स्टाम्प संशोधन विधेयक (Stamp Duty Amendment Bill) पारित हो गया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने स्टाम्प शुल्क में 10 गुणा वृद्धि की है, जिसका बोझ आम जनता पर पड़ेगा। जब बिल को प्रस्तुत किया गया, तब सरकार के पास बहुमत (Govt Lacks Majority) नहीं था। सरकार ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए बिल को पास किया है। विपक्षी सदस्यों ने इसका विरोध किया और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल आए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जब बिल लाया गया तो कांग्रेस के 17 और बीजेपी के 19 विधायक सदन में थे, इसलिए बहुमत विपक्ष के पास था। बिल अपने आप ही गिर गया है, लेकिन लोकतंत्र की हत्या (Murder Of Democracy) करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने बिल पर दूसरी बार वोटिंग करवाई, जो कि नियमों के खिलाफ़ है।
यह भी पढ़े:हिमाचल प्रदेश में अगले वर्ष से अनिवार्य किया जाएगा यूनिवर्सल कार्टनः बोले जगत नेगी
मील का पत्थर साबित होगा बिल
राज्य विधानसभा में शनिवार को ही भू राजस्व संशोधन बिल (Land Revenue Amendment Bill) भी पारित हो गया। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राजस्व विभाग ने कई साल बाद बदलाव के लिए काम किया है। इससे जमीन से संबधित मामलों के निपटारे में तेजी आयेगी, क्योंकि अभी तक के आंकड़ों की बात करें तो डिमार्केशन के लगभग हजारों मामले निपटारे के लिए लंबित पड़े हैं। भू राजस्व संशोधन और स्टाम्प संशोधन विधेयक बिल एक मील का पत्थर साबित होगा।