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हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक चुनौतियों में ड्रोन होगा मददगार: प्रो चंद्र कुमार
पालमपुर। कृषि एवं पशु पालन विभाग मंत्री प्रोफेसर चौधरी चंद्र कुमार (Agriculture and Animal Husbandry Minister Chaudhary Chandra Kumar)ने हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक चुनौतियों को देखते हुए ड्रोन तकनीक (Drone Technology) को किसानों और बागवानों के लिए काफी उपयोगी बताया है। वे मंगलवार को यहां कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के सभागार में दो दिवसीय ड्रोन उत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान ड्रोन प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक की मदद से मौसम का सही पूर्वानुमान, सिंचाई की बेहतर सुविधा, कीटनाशकों का प्रभावी छिड़काव, फसल के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा सकती है। प्रोफेसर चौधरी ने कहा कि यह तकनीक का युग है और वर्तमान समय में तकनीक तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत परिवर्तन आए हैं इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अनुसंधान कार्यों पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं शोध को प्रयोगशाला से खेत तक पहुंचाने के लिए भी सार्थक कदम उठाने चाहिए ताकि किसान लाभान्वित हो सकें।
11 और आईटीआई में शुरू होगा ड्रोन मैकेनिक का कोर्स
उन्होंने कहा कि शाहपुर आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण आरंभ किया गया है और आने वाले समय में प्रदेश के 11 अन्य आईटीआई में ड्रोन मैकेनिक (Drone Machanic) इत्यादि कोर्स आरंभ करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर प्रदेश में कानून व्यवस्था सुचारू बनाए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल ने सभी विभागों को ड्रोन तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग करने का सुझाव दिया ताकि विभागों का कामकाज सुगमता से समय पर हो सके। सचिव डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस डॉक्टर अभिषेक जैन ने हिमाचल ड्रोन कॉन्क्लेव की विस्तृत जानकारी दी।
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