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HPU सहित प्रदेश के 17 Colleges को मिलेगा कुल 27 करोड़ का ग्रांट; जानें किसके हिस्से में कितना
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) सहित प्रदेश के कुल 17 महाविद्यालयों को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा-2) के तहत कुल 27 करोड़ रुपए का ग्रांट (Grant) जारी किया जाएगा। अगले सप्ताह तक इस ग्रांट को जारी कर दिया जाएगा। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) की तरफ से मार्च महीने में ही ग्रांट को मंजूरी दे दी गई थी। इस ग्रांट के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को 10 करोड़ और 17 कॉलेजों (Colleges) को क्रमशः 1-1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई हैं। इससे पहले लॉकडाउन के चलते इस ग्रांट के आवंटन का कार्य कई दिनों से अटका हुआ था।
1 करोड़ रुपए का 75 फीसदी खर्च करने के बाद 1-1 करोड़ रुपए और जारी किए जाएंगे
एमएचआरडी द्वारा जारी किए जाने वाले ग्रांट के इन पैसों को कॉलेजों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और उपकरणों की खरीद करने पर खर्च किया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत ग्रेड के आधार पर कॉलेज और विश्वविद्यालयों को ग्रांट जारी किया जाता है। वहीं जिन कॉलेजों को 1-1 करोड़ जारी किए जा रहे हैं, वे सभी बी-ग्रेड हैं। इन्हें कुल 2-2 करोड़ का बजट मिलेगा। वहीं पहले दिए जा रहे 1 करोड़ रुपए का 75 फीसद खर्च करने के बाद 1-1 करोड़ रुपए और जारी किए जाएंगे।
ये रही ग्रांट पाने वाले 17 कॉलेजों की लिस्ट
- राजकीय महाविद्यालय सीमा
- राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर
- जीबी पंत मैमोरियल कॉलेज रामपुर
- एससीवीबी राजकीय महाविद्यालय पालमपुर
- राजकीय महाविद्यालय ऊना, राजकीय महाविद्यालय भोरंज
- जवाहर लाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय
- बीटन कॉलेज
- राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान
- स्वामी विवेका नंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं
- राजकीय महाविद्यालय दौलतपुर चौक ऊना
- राजकीय महाविद्यालय करसोग मंडी
- राजकीय महाविद्यालय बंगाणा
- राजकीय महाविद्यालय बंजार कुल्लू
- राजकीय महाविद्यालय नादौन हमीरपुर
- सेंट बीड्स कॉलेज शिमला
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इस ग्रांट आवंटन के विषय में आधिक जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि रूसा-2 के तहत ग्रेड के आधार पर ग्रांट जारी की जाती है। परिषद ने कॉलेजों का ग्रेड सुधारने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रधानाचार्यों को बताया गया कि किस तरह नैक की ग्रेडिंग के लिए आवेदन करना है। कार्यशाला में नैक से भी सदस्यों को बुलाया गया था। इस आधार पर कॉलेजों का ग्रेड सुधारा गया। इसके बाद केंद्र ने इन कॉलेजों को ग्रांट जारी की है। सी ग्रेड वाले कॉलेज ग्रांट के लिए अपात्र हो जाते हैं।