-
Advertisement
मंडी और कुल्लू ग्रामीण बैंक के कर्मचारी सम्मेलन में मिली आंदोलन की धमकी
मंडी। भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले रविवार को हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक (Himachal Rural Bank) के अधिकारियों, कर्मचारियों ने सुंदरनगर में आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन (Regional Conference) में मांगों के निराकरण न होने पर गुस्सा जताया। सम्मेलन में साफ कहा गया कि अगर बैंक प्रबंधन कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से नहीं लेता है तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना होगा। सम्मेलन में मंडी और कुल्लू क्षेत्र के हिमाचल ग्रामीण बैंक की 56 शाखाओं के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान बैंक प्रबंधन (Bank Management) ने अधिकारियों और कर्मचारियों के सुझावों को गंभीरता से सुना और समस्याओं को प्रबंधन के समक्ष जोरदार ढंग से रखने का आश्वासन दिया।
कर्मचारियों की यह हैं मांगें
हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेश महासचिव विशाल शर्मा ने कहा कि क्षेत्रीय अधिवेशन का आयोजन अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं तथा मांगों (Put The Demands) को सुनने के बाद बेहतर तरीके से प्रबंधन के समक्ष रखने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से बैंक में सेवाएं देने वाले स्टाफ के लिए स्टाफ आवास ऋण की स्वीकृति नहीं दी जा रही है। स्टाफ के ट्रांसफर में पारदर्शिता होनी चाहिए और दुर्गम क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों को भी मैदानी इलाकों में काम करने मौका दिया जाना चाहिए। महिला अधिकारी और कर्मचारी को भारत सरकार की गाइडलाइंस और बैंक की ट्रांसफर पॉलिसी (Transfer Policy) के अनुसार स्थानांतरण को लेकर कदम उठाने चाहिए। विशाल शर्मा ने कहा कि अगर बैंक प्रबंधन अधिकारी और कर्मचारी संघ की मांगों को गंभीरता से नहीं लेता है तो संघ को आंदोलन का रुख अख्तियार करने के लिए विवश होना पड़ेगा। अधिवेशन में हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक मंडी के क्षेत्रीय प्रबंधक अनुराग जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
यह भी पढ़े:आईजीएमसी में बवालः रात में जारी की लिस्ट और नौकरी से निकाल दिए 34 सुरक्षा कर्मी