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बीजेपी का हिमाचल में ऑपरेशन लोटस- तोड़फोड़ का क्या है प्लान-एक क्लिक पर पढ़े
हिमाचल में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022 in Himachal) के लिए बीजेपी (BJP) की बिसात बिछ चुकी है। पार्टी ऐसी विधानसभा सीटें जहां पर अपने को कमजोर पा रही है या जहां से पार्टी को लगातार हार मिल रही है, उन सीटों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं (Senior Congress Leader) को तोड़ लिया जाए, ताकि कांग्रेस की पूरी तरह सफाया किया जा सके। हिमाचल में पिछले चार दशक से चले आ रहे सत्ता परिवर्तन के मिथक को तोड़ने के लिए बीजेपी का ऑपरेशन लोटस (BJP Operation Lotus) चल रहा है। इसके तहत कांग्रेस के बड़े नेताओं और मौजूदा विधायकों को तोड़ने का प्रयास जारी है, खासकर उन सीटों पर बीजेपी कांग्रेस को तोड़ने का ज्यादा जोर लगा रही है जहां बीजेपी कमजोर है और लगातार हार रही है। इस सबके बीच कांग्रेस, बीजेपी की इस तोड़ फोड़ भरी राजनीति से खासी परेशान है।
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बीजेपी इस बात को भी साफ कर चुकी है कि खराब परफॉरमेंस वाले विधायकों का टिकट कटेगा, इससे बदलाव का मन बना चुके (Congress) कांग्रेस विधायकों के सामने भी एक विकल्प खुला है। बीजेपी की रणनीति के तहत (Kangra District)कांगड़ा जिले के पालमपुर, फतेहपुर, जुब्बल- कोटखाई, चौपाल, कसौली, सुजानपुर जैसी विधानसभा सीटों पर विशेष नजर है। यहां बीजेपी, कांग्रेस की अपेक्षा कमजोर है। इसलिए इन विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी, कांग्रेस के टिकट के बड़े दावेदारों को पार्टी में शामिल करने की रणनीति पर काम कर रही है।
बीजेपी की रणनीति से कांग्रेस में हलचल मची हुई है। बीजेपी में दो कांग्रेस के मौजूदा विधायक (Congress MLA) शामिल हो चुके हैं,वही पिछले दिनों कई और नेता भी शामिल हो चुके हैं। इससे कांग्रेस की चुनावी तैयारियों पर असर पड़ा है। हिमाचल प्रदेश में बीते काफी समय से सत्ता परिवर्तन की परंपरा है। इस परंपरा के तहत 1985 के बाद से हर 5 साल में सत्ता बदली है। बीजेपी इस मिथक को इस बार तोडना चाहती है। हालांकि, इस मिथक के सहारे कांग्रेस 2022 में सत्ता मिलने की उम्मीद लगाए बैठी है। जबकि बीजेपी इस मिथक (Myth) को तोड़ना चाहती है।