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हिमाचल: बीजेपी के मिशन रिपीट में ‘गद्दी’ शब्द बनेगा रोड़ा, यूनियन ने आज के आज मांगा फैसला
धर्मशाला। हिमाचल में गद्दी समुदाय (Himalayan Gaddi Union) की सिर्फ 25 फीसदी उपचाति को गद्दी (Gaddi) शब्द मिला है, जबकि 75 फीसदी को इस शब्द से बंचित रखा गया है। यह बात शुक्रवार को हिमालयन गद्दी यूनियन की नई प्रदेश कार्यकारिणी के अध्यक्ष मोहिंद्र सिंह ने कही। शुक्रवार को हिमालयन गद्दी यूनियन हिमाचल प्रदेश की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें दूसरी बार मोहिंद्र सिंह को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान धर्मशाला में नए अध्यक्ष मोहिंद्र सिंह ने कहा कि गद्दी समुदाय (Gaddi Community) की वंचित छह उपजातियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। समुदाय की 25 फीसदी उपजाति के लोगों को गद्दी शब्द मिला हैए जबकि 75 फीसदी को वंचित रखा गया है। मोहिंद्र सिंह ने कहा गद्दी समुदाय की वंचित उपजातियों में छह को अब तक वंचित रखा गया, जिसमें हाली, सिप्पी, वाड़ी, ढोगरी, रिहाड़े व लोहार की मांग लंबे समय से उठाई जाती रही है।
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सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात कर मांग उठाई थी, जिसके बाद प्रदेश सरकार (Himachal Govt) ने तत्कालीन डीसी से जांच करवाई थी। जिसके आधार पर तीन-तीन बार रिपोर्ट बनाने के बाद सरकार के पास भेजी गईए जिसमे स्पष्ट रूप से उपजातियों के साथ गद्दी शब्द जोड़ने की सिफारिश करने सहित भेजी। जबकि अब तक मांग पर कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि अब तक अपनी मांगों को लेकर 16 बार मुलाकात की थी। इस बीच फिर सीएम से मिलने पर चौथी रिपोर्ट भी मांगी, जोकि डीसी की ओर से सभी उपमंडल स्तर के अधिकारियों की ओर से भी रिपोर्ट मनाकर हिमाचल सरकार को भेजी गई। जिसमें भी वंचित उपजातियों के साथ गद्दी शब्द जुड़ना अनिवार्य बताया गया है, बाबजूद इसके अब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है।
वहीं अब 21 सितंबर को एक बार फिर से जिला चंबा से भी रिपोर्ट के लिए जांच को भेज दी गई है। हिमालयन गद्दी यूनियन के अध्यक्ष मोहिंद्र सिंह (President of Himalayan Gaddi Union Mohinder Singh) ने कहा कि सरकार चार-चार बार जांच करवाने के बाद भी आखिर क्यों सीएम जयराम ठाकुर रुके हुए है। उन्होंने कहा कि 14 विधानसभा क्षेत्रों में चार लाख की जनसंख्या रहती है। अगर आज के आज ही सही से उनकी डिमांड पूरी नहीं कि जाती हैए तो उसका परिणाम भुगतान पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बड़े स्तर पर भी आंदोलन करने के बावजूद चार लाख लोगों को पूरी तरह से नाराज़ किया है। उन्होंने गद्दी समुदाय के सांसदए नेताओं व विधायकों पर भी कड़ा आक्रोश जताया है कि उनकी ओर से भी सही तरीके से बात नहीं उठाई गई। अध्यक्ष मोहिंद्र सिंह ने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती, तो समुदाय के लोग मिलकर कड़ा फैसला लेंगे।
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