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दिल्ली में 16 दिसंबर से आयोजित होगा हिमोत्सव, राहत राशि के लिए हर्षवर्धन ने केंद्र का किया थैंक्यू
संजू/शिमला। दिल्ली में जल्द ही हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। 16 दिसंबर से 30 दिसंबर तक राजधानी दिल्ली (Delhi) में हिमाचल सरकार हिमोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस हिमोत्सव (Himotsav) में हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक कला, संस्कृति, परिधान और स्वादिष्ट व्यंजनों का ज़ायका उपलब्ध होगा। कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इस बारे में जानकारी दी। कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान (Harash Vardhan) ने कहा कि राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर से हिमोत्सव की शुरुआत होगी। यू हिमाचल की संस्कृति को दिखाता हुआ यह कार्यक्रम 30 दिसंबर तक चलेगा।
हिमोत्स्व में होगा हिमाचली फैशन शो
हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के कोने कोने में बसे हैंडलूम कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों को राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का मौका मिलेगा। हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि इस हिमोत्स्व में हिमाचल के पारंपरिक परिधान, हैंडलूम उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अलावा यहां हिमाचल के विभिन्न जिलों के व्यंजन भी लोगों के लिए उपलब्ध होंगे। साथ ही इसमें विशेष तौर पर हिमाचल के परिधानों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हिमाचली फैशन शो (Himachali Fashion Show) भी कराया जाएगा।
केंद्र से और मदद की उम्मीद
वहीं, केंद्र (Center) की ओर से आपदा के लिए 633.73 करोड़ रुपए की राहत राशि जारी की गई। इसको लेकर हिमाचल सरकार में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश लंबे समय से केंद्र से मदद का इंतजार कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार का इस मदद के लिए थैंक्यू (Thankyou) किया। साथ ही उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश में आपदा में बहुत नुकसान पहुंचा है। ऐसे में प्रदेश को एक स्पेशल राहत पैकेज की जरूरत है। हम उम्मीद करते हैं कि केंद्र प्रदेश को और मदद देगा।
शीतकालीन सत्र में नहीं होगी कोई चूक
भारत की सांसद में हुए सिक्योरिटी ब्रीच के बाद आगामी विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान सुरक्षा को लेकर संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक तय है। इसमें सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की चूक नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा हालांकि यह मामला विधानसभा अध्यक्ष के कार्य क्षेत्र का है लेकिन संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते वह सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक होने नहीं देंगे।