-
Advertisement
#IndiaAgainstPropaganda : विदेशी टिप्पणी पर अमित शाह बोले- प्रोपेगेंडा नहीं प्रगति ही भारत के भाग्य का फैसला करेगी
नई दिल्ली। किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर विदेशी हस्तियों की ओर से ट्विट (Tweet) करने के बाद अब मामला ज्यादा गरमा चुका है। आज पहले भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से इस बारे में बयान जारी किया गया, जिसके बाद बॉलीवुड एक्टर (Bollywood Actor) की ओर भी ट्विट आने लगे। अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने भी इस बाबत ट्विट (Tweet) किया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्विट कर कहा है कि कोई भी प्रोपेगेंडा (Propaganda) भारत की एकता को नहीं डिगा सकता है! कोई भी प्रोपेगेंडा भारत को नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने से नहीं रोक सकता है! प्रोपेगेंडा नहीं केवल ‘प्रगति’ ही भारत के भाग्य का फैसला कर सकता है। भारत प्रगति के लिए एकजुट खड़ा है।
यह भी पढ़ें:Rihanna पर बॉलीवुड का पलटवार, अक्षय-अजय देवगन-करण जौहर-एकता कपूर ने लिखा #IndiaTogether
No propaganda can deter India’s unity!
No propaganda can stop India to attain new heights!
Propaganda can not decide India’s fate only ‘Progress’ can.
India stands united and together to achieve progress.#IndiaAgainstPropaganda#IndiaTogether https://t.co/ZJXYzGieCt
— Amit Shah (@AmitShah) February 3, 2021
आपको बता दें कि बीते रोज किसान आंदोलन को लेकर पॉप स्टार रिहाना, पूर्व पॉर्न स्टार मिया खलीफा, पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग सहित अमेरिकी ब्लॉगर की ओर से ट्विट किए गए थे। इसके बाद ट्विटर में एक बवाल सा मच गया है। इसका जवाब देते हुए आज ही भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि ये भारत का आंतरिक मसला है और कुछ संगठन अपना एजेंडा थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
Live- मोदी सरकार द्वारा देश की अर्थव्यवस्था के विनाश पर मेरी प्रेस वार्ता। https://t.co/Ku803sgXwK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 3, 2021
राहुल गांधी ने भी इसे भारत का आंतरिक मसला करार देते हुए किसान आंदोलन को लेकर ट्विट करने वाली विदेशी हस्तियों को जवाब दिया है। राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना काल में किसानों ने हमारे देश को बचाया है। किसान हमारी रीढ़ की हड्डी हैं, लेकिन सरकार उन्हें बर्बाद करना चाहती है। कुछ हॉलिवुड सेलिब्रिटीज के किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट पर भी राहुल गांधी ने रिएक्ट किया और कहा कि यह हमारा आंतरिक मामला है, कौन क्या कहता है उसमें उनकी कोई रुचि नहीं है।