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Video: गोबर-गोमूत्र से कैसे बनती है खाद, मंडी के बलवीर से जानिए; सीखने आते हैं सैंकड़ों किसान
मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के उन्नत किसान बलवीर सिंह ठाकुर (Balveer Singh Thakur) अपने घर पर ही गाय के गोबर और गौमूत्र से जैविक खाद और कीटनाशक बनाने का कार्य करते हैं। इतना ही नहीं वह जैविक खाद को बनाने का प्रशिक्षण हिमाचल प्रदेश के कई किसानों (Farmers) को फ्री में देते हैं। इस तकनीक को सीखने के लिए प्रदेश के कोने-कोने से किसान उनके घर पर आते हैं और इसे बनाने की विधि जानते हैं। बलवीर सिंह ने बताया कि वे घर पर देसी गाय के गोबर और गौमूत्र से जैविक खाद में जीवामृत और घन जीवामृत जबकि जैविक कीटनाशकों में अग्नि अस्त्र, ब्रह्मास्त्र और दशप्रिय अर्क जैसे उत्पादों का निर्माण करते हैं।
700 के करीब किसानों को सिखाए जैविक खेती के गुर
बलवीर ठाकुर के इन उत्पादों की बाजार में भी काफी ज्यादा डिमांड (Demand) बढ़ गई है। बता दें कि बलवीर सिंह ठाकुर ने वर्ष 2018 में पालमपुर में पद्मश्री सुभाष पालेकर से प्राकृतिक खेती का सात दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया था। आज बलवीर ठाकुर प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बलवीर विभागीय शिविरों और अपने घर पर अभी तक 700 के करीब किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखा चुके हैं।
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प्राकृतिक खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं किसान
बिलासपुर (Bilaspur) जिला से जैविक खेती का प्रशिक्षण लेने आए किसान अनिल शर्मा ने बताया कि वे जैविक खाद और कीटनाशक बनाने की विधि जानने के लिए मंडी आए हैं। आज रसायनयुक्त कीटनाशकों से खेती के साथ-साथ स्वास्थ्य को जो हानि हो रही है उसके चलते अब बहुत से किसान प्राकृतिक खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार की तरफ से प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए योजना भी चलाई जा रही है। इस योजना के माध्यम से बहुत से किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति प्रेरित भी किया गया है। अब धीरे-धीरे खेतों से रसायनों का प्रयोग कम होता जा रहा है लेकिन इसे पूरी तरह से समाप्त करने के बाद यह योजना सफल साबित हो पाएगी।