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Nurpur: शिकार को गए युवक की मौत, जंगल में मिला था घायल- लगे थे छर्रे
नूरपुर। अपने पिता की बंदूक लेकर जंगल (Forest) में शिकार करने गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। हालांकि युवक को बंदूक के छर्रे भी लगे हैं, लेकिन यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि मौत छर्रे लगने से हुई है या फिर गिरने से। इसका खुलासा पोस्टमार्टम के बाद ही चल सकेगा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा भेज दिया है।
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बता दें कि तरसेम लाल (32) पुत्र हरनाम सिंह गांव हटली जंबाला तहसील नूरपुर जिला कांगड़ा अपने रिश्तेदारों के यहां गया हुआ था। घलूं नजदीक हटली जंबाला के जंगल में शिकार (hunting) करने के लिए चला गया। जब काफी देर तक वह नहीं लौटा तो रिश्तेदारों ने उसकी तलाश शुरू की। तलाश करने पर वह जंगल में घायल(Injured) पड़ा मिला। उसे छर्रे भी लगे थे। परिजन उसे पठानकोट के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां देर रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सूचना मिलने पर शव को कब्जे में ले लिया। पोस्टमार्टम के लिए टांडा (Tanda) भेज दिया है। अब युवक की मौत कैसी हुई यह पहेली बना हुआ है।
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डीएसपी नूरपुर डॉ. साहिल अरोड़ा ने बताया कि युवक की मौत छर्रे लगने से हुई या फिर गिरने से हुई है इस बात का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल सकेगा। अगर मौत छर्रे लगने से हुई होगी तो उसे अपनी ही बंदूक से लगे हैं या फिर किसी और की बंदूक से पुलिस इसकी भी जांच करेगी। उन्होंने कहा कि बंदूक का लाइसेंस युवक के पिता के नाम है। वहीं, युवक को पठानकोट के जिस अस्पताल में ले गए थे, वहां पर एक महिला चिकित्सक के कोरोना पाॅजिटिव आने के चलते युवक के साथ गए लोगों को क्वारंटाइन पर भेज दिया है। वह 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहेंगे।