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हिमाचल में एक और अवैध शराब फैक्टरी का भंडाफोड़
नालागढ़। जोघों थाना के तहत गुज्जर हट्टी नाल गांव के जंगल (Forest) में किराए के मकान में चल रही अवैध रूप से शराब की फैक्टरी का पुलिस (Police) ने भंडाफोड़ किया है। मंडी में जहरीली शराब के चलते 7 लोगों की मौत के मामले में जांच के दौरान सूचना के आधार पर यहां पर पुलिस ने दबिश दी। पुलिस ने मौके से 40 ड्रम, खाली शराब की बोतलेंए वीआरवी कंपनी के लेबल और साथ ही 16 पेटी सेल इन चंडीगढ़ व वीआरवी कंपनी की देसी शराब की 10 बोतलें बरामद की। पुलिस को मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला।
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पुलिस की तफ्तीश में यह पाया गया कि 5-6 महीने पहले राम प्रकाश द्वारा यह मकान किसी व्यक्ति को किराए पर दिया गया था और अब वह व्यक्ति फरार हैए जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए एएसपी (ASP) बद्दी नरेंद्र कुमार ने बताया कि इनपुट के आधार पर जोघों थाना पुलिस ने गुज्जर हट्टी के साथ जंगलों में रेड की थी, जिसमें वहां पर कुछ अवैध शराब और खाली ड्रम बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपी के घर में दबिश दी, लेकिन वहां से वह फरार पाया गया। वह पिछले कुछ दिनों से घर से गायब है। फिलहाल पुलिस इसमें जांच कर रही है।
एसपी हमीरपुर के आवास के पास चल रही थी अवैध फैक्टरी
हमीरपुर। जिला मंडी (Mandi) के सुंदरनगर में जहरीली शराब के सेवन से हुई सात लोगों की मौतों के तार हमीरपुर (Hamirpur) में बनने वाली मिलावटी शराब से जुड़े हैं। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर के सरकारी आवास से महज 800 मीटर की दूरी पर शराब की अवैध फैक्टरी चलती रही और जिला पुलिस को इसकी कानोंकान खबर तक नहीं हुई। यहां एसआईटी (SIT) के प्रमुख वीरेंद्र कालिया की टीम ने दबिश देकर जिला मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत देई का नौण के पन्याला गांव में प्रवीण पुत्र दिलेराम के बहुमंजिला भवन के भीतर चल रही शराब की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया। एसआईटी ने मौके पर 518 शराब की पेटियां भी बरामद कीं। यह फैक्टरी कांगड़ा (Kangra) के पंचरुखी निवासी गौरव मिन्हास की हैए जिसे पुलिस ने पालमपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
स्प्रिट से लेकर खाली बोतलों तक सारा सामान लिया कब्जे में
जांच टीम ने स्प्रिट, शराब की बॉटलिंग करने वाली मशीनें, होलोग्राम, कार्टन, शराब में अलकोहल की मात्रा जांचने वाले हाइड्रो मीटर, थर्मामीटर, प्लास्टिक टंकियां, खाली बोतलें इत्यादि अन्य सामान कब्जे में लिया है। एसआईटी मौके पर पकड़ी गई शराब, शराब तैयार करने में प्रयोग होने वाले उपकरण को अपने साथ मंडी ले गई है। इसके साथ ही भवन के मालिक प्रवीण और शराब बनाने वाले यूपी के रहने वाले दो कारीगर भी गिरफ्तार किए हैं। इनकी पहचान पुष्पेंद्र पुत्र ऋषि पाल और सनी पुत्र अशोक कुमार निवासी भवानीगढ़ी अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
बोहणी में चार पेटी शराब पकड़ी
बोहणी में एक शराब कारोबारी के कॉमर्शियल कांप्लेक्स में दबिश देकर चार पेटी शराब पकड़ी है। एसआईटी अब पकड़ी गई शराब के सैंपल लेकर इसकी जुन्गा स्थित लैब में टेस्टिंग (Testing) करवाएगी। लैब से से आने वाली रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा कि जिन लोगों की शराब पीने से मौत हुई है, वह शराब और हमीरपुर में बनने वाली मिलावटी शराब दोनों एक ही हैं या अलग-अलग। इसके साथ ही एसआईटी ने शराब कारोबारी नीरज ठाकुर को भी जांच में सहयोग करने और प्रदेश से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं। नीरज से भी एसआईटी ने लंबी पूछताछ की है।
अभी भी 12 लोग अस्पताल में उपाचारधीन
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी अवैध शराब कारोबार में पिछले लंबे समय से संलिप्त थे और अब मुख्य सरगना सहित पुलिस के हत्थे तीन लोग चढ़े हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले में अब कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या 7 हो गई है। वहीं मामले को लेकर अभी और लोगों पर पुलिस का शिकंजा कस सकता है। मंगलवार और बुधवार सलापड़-कांगू में कुछ लोगों ने शराब का सेवन किया गया, लेकिन धीरे-धीरे लोगों की तबीयत खराब होने लगी।
परिजनों उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले गए। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर 7 लोगों की मौत हो गई और वही अभी 12 लोग अस्पताल में उपचाराधीन है। पुलिस ने इस मामले में पहले 4 लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्हें अदालत ने 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। रिमांड के दौरान पुलिस मामले में गहनता से जांच कर रही है। वहीं, मामले में जांच के लिए कुल 9 सदस्य की एसआईटी का भी गठन किया गया है।
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