-
Advertisement

हिमाचल में चुनाव आचार संहिता से लेकर अब रिकॉर्ड कैश जब्त, करोड़ों की शराब भी पकड़ी
शिमला। हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal Vidhan Sabha Elections) में शराब और पैसों के खेल पर अंकुश लगाने के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) ने काफी सख्त रवैया अपनाए रखा। विधानसभा चुनाव के दौरान अबकी बार कुल मिलाकर 50.28 करोड़ रुपए की जब्ती की गई हैए जो कि अब तक के चुनावों में रिकार्ड जब्ती है। चुनाव आयोग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 50.28 करोड़ रुपए का सामान जब्त किया गया हैं, जो 2017 के विधानसभा चुनाव से पांच गुना अधिक है। 2017 में 9.03 करोड़ रुपए की जब्ती की गई थी।
चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस और आबकारी विभाग ने प्रदेश भर में करीब 67 टीमें बनाई। यह टीमें नाकाबंदी कर और छापेमारी कर अवैध शराब (Illegal liquor) पकड़ती रही। टीमों ने प्रदेशभर में नाके लगाकर करोड़ों की शराब और नगदी पकड़ी। आबकारी विभाग और पुलिस ने प्रदेश भर में चुनाव आचार संहिता (Election code of conduct) लगने के बाद से अब तक करी 15 करोड़ रुपए की आठ लाख लीटर शराब की करीब 19151 बोतलें पकड़ने में सफलता हासिल की। अकेले मंडी जोन में ही 1.70 करोड़ की एक लाख लीटर शराब बरामद की गई है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग के आयुक्त यूनुस ने मंडी में बताया कि मंडी के संयुक्त आयुक्त उज्जल राणा व उप आयुक्त मनोज डोगरा ने जिला में पांच टीमें बनाई थीं। यह टीमें लगातार कंट्रोल रूम बनाकर बाटलिंग प्लांट पर नजर रख रहीं थीं। इन टीमों ने मंडी जिला में 25,000 लीटर शराब पकड़ी हैं, जिसकी लागत 1.70 करोड़ रुपए रही है। इसमें पुलिस का सहयोग मिला है।
यह भी पढ़ें:हिमाचल: आबकारी विभाग ने अब तक 15.10 करोड़ रुपए की शराब और अन्य सामान पकड़ा
सिरमौर में 48,300 लीटर कच्ची शराब पकड़ी
इसी तरह से जिला आबकारी और पुलिस विभाग की टीम (Excise and Police Department team) ने विभिन्न जिलों में तीन लाख लीटर से अधिक कच्ची शराब भी पकड़ी। इस शराब को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इसमें मंडी में ही तीन से चार मामले शामिल हैं। 24 नाके पंजाब, हरियाणा व जम्मू कश्मीर के सीमांत क्षेत्रों और चोर रास्तों पर लगाए गए थे। इस कारण पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बिकने वाली शराब पकड़ी गई और 10 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं इन नाकों पर बिना बिल के 11000 से अधिक सामान के मामले पकड़े गए हैं, इसमें 750 अकेले मंडी जिला से सामने आए हैं। युनूस ने कहा कि सिरमौर में 48,300 लीटर कच्ची शराब, नूरपुर के इंदौरा में 18000 लीटर, बिलासपुर में 1600 लीटर पकड़ी गई। उन्होंने कहा कि तस्करों ने जमीन के अंदर गड्ढे करके ड्रम छिपा रखे थे। शिमला के चीनी बंगला, नारकंडा, एवं संधू में खुदरा बिक्री के परिसरों का निरीक्षण करते हुए लगभग 3161 लीटर शराब को जब्त किया गया।
हिमाचल में 4 दिन नहीं मिलेगी शराब,रहेगा ड्राइ डे
हिमाचल में विधानसभा चुनाव के चलते 10 नवंबर शाम पांच बजे से लेकर 12 नवंबर शाम पांच बजे या मतदान समाप्त होने तक प्रदेश भर में ड्राई डे (Dry Day) रहेगा। यानी इस दौरान शराब के ठेके पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। इसी तरह से आठ दिसंबर को भी चुनाव परिणाम के दिन शराब की बिक्री एवं परिवहन पर रोक रहेगी। अगर कोई शराब बेचता पकड़ा जाता है तो उसका लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ एफआइआर दर्ज होगी। मतदान क्षेत्रों के तीन किलोमीटर के दायरे में भी शराब की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी।
प्रदेश में आज 02.84 करोड़ रुपए की जब्ती एवं जुर्माने
निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि विधान सभा चुनावों के दृष्टिगत लागू आदर्श आचार संहिता के दौरान पुलिस विभाग द्वारा आज प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर की गई नाकेबंदी के दौरान 20 लाख 57 हजार रुपए जबकि आयकर विभाग द्वारा 48 लाख रुपए की नकदी तथा 49 लाख 81 हजार रुपए मूल्य का सोना व आभूषण आदि पकड़े गए। पुलिस विभाग द्वारा 11 लाख 14 हजार रुपए मूल्य की 2313 लीटर अंग्रेजी एवं देशी शराब तथा बीयर जबकि कर एवं आबकारी विभाग द्वारा एक करोड़ 50 लाख 67 हजार रुपए की 61540 लीटर शराब आदि जब्त की गई। वन विभाग द्वारा खनन अधिनियम के अन्तर्गत 3 लाख 90 हजार रूपये के जुर्माने किए गए। प्रदेश भर में सभी विभागों द्वारा की गई संयुक्त कार्रवाई के तहत आज दो करोड़ 84 लाख 49 हजार रूपये की जब्ती एवं जुर्माने किए गए हैं।