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भारतीय सेना ने किया Black Top पर कब्जा; दो पहाड़ियों पर PLA के कब्जे की कोशिश नाकाम की
नई दिल्ली। भारतीय सेना (Indian Army) ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीनी साजिश को नाकाम करने के साथ ही ब्लैक टॉप पोस्ट पर अपना कब्जा जमा लिया है। बतौर रिपोर्ट्स, भारत और चीन की सेना के बीच 29 अगस्त, शनिवार की रात फिर झड़प हुई थी। चीन (China) की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने भारत की दो पहाड़ियों पर कब्जा करने की कोशिश कर रही थीं लेकिन भारत की सेना ने उन्हें करारा जवाब देकर पीछे धकेला। साथ ही उस रणनीतिक क्षेत्र को भी अपने नियंत्रण में ले लिया जिसपर चीनी सैनिक कब्जा करना चाहते थे।
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भारतीय सेना की विकास रेजिमेंट बटालियन को उत्तराखंड से पैंगोंग लेक के दक्षिणी तट के पास तैनाती की गई है। इस बटालियन ने बेहद अहम रणनीतिक लोकेशन को अब अपने नियंत्रण में ले लिया है। यह लोकेशन LAC के पास है जो निष्क्रिय था। लेकिन अब इसपर भी भारतीय सेना के जवानों में मौजूदगी जमा ली है। भारतीय सेना ने ना सिर्फ ब्लैक टॉप पोस्ट पर कब्जा जमाया, बल्कि चीनी सेना के कैमरे और सर्विलांस उपकरणों को हटा दिया है। पीएलए ने पैंगौंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित ब्लैक टॉप पोस्ट पर कैमरा और सर्विलांस सिस्टम लगाया था।
चीनी मैगजीन ग्लोबल टाइम्स की गीदड़ भभकी
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि बातचीत से मामले सुलझाना चाहते हैं, लेकिन अगर लड़ाई हुई तो भारत को 1962 से भी ज्यादा तबाही झेलनी होगी। बता दें कि कालाटॉप एक रणनीतिक लोकेशन है। अगर इसपर चीन का कब्जा हो जाता तो इससे भारत को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता था। हालांकि भारतीय सेना ने चीन के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की समीक्षा बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख सीमा पर बढ़ रहे भारत चीन विवाद पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल संग हालात की समीक्षा की। इस बैठक में खुफिया एजेंसियों के प्रमुख और गृह सचिव मौजूद थे। चुशूल में आज सुबह 10 बज से ही कमांडर स्तर की बैठक चल रही है। ऐसे में पैंगोंग में भारतीय सेना की स्थिति चीनी सेना के मुकाबले बेहतर है।