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भारत की स्टार एथलीट दुती चंद डोप टेस्ट में नाकाम, लगा 4 साल का बैन
Last Updated on August 18, 2023 by sintu kumar
नई दिल्ली। भारत की स्टार एथलीट (Athlete) और नेशनल रिकॉर्ड धारक दुती चंद (Dutee Chand) डोप टेस्ट (Dope test) में नाकाम रहीं। इसके कारण उन पर 4 साल के लिए प्रतिबंध (Banned For 4 Years) लगा दिया गया है। दुती ने 2021 इंडियन ग्रांप्री 4 के दौरान 11.17 सेकंड में 100 मीटर दौड़कर नया रिकॉर्ड बनाया था। यह रिकॉर्ड फिलहाल उनके ही नाम है। प्रतिबंध 3 जनवरी, 2023 से शुरू होगा। सैंपल 5 दिसंबर, 2022 को लिए गए थे।
सारे मैडल छीने जाएंगे
बैन लगने के बाद दुती चंद के सभी टूर्नामेंट में प्रदर्शन, रिकॉर्ड और जीते गए मेडल खारिज कर दिए जाएंगे। एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल (ADDP) के अनुसार, एथलीट ने हालांकि पैनल को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के स्रोत से संतुष्ट कर दिया है, लेकिन यह बताने में कामयाब नहीं हो सकीं कि यह लापरवाही थी या यह काम गलती से किया गया था।
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दुती के जवाब से नाडा संतुष्ट नहीं
दुती ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीते थे और उनके नाम 2021 से 100 मीटर में 11.17 सेकंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है। दुती और उनके वकील ने नाडा (NADA) के डोपिंग रोधी अनुशासनात्म पैनल के समक्ष भी दावा पेश किया था कि यह अनजाने में सेवन का मामला था, लेकिन नाडा इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ।
अनजाने में लिया गया था
एडीडीपी के आदेश के अनुसार, ‘एथलीट और उनके वकील ने एनडीटीएल (राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला) के जांच के नतीजे की रिपोर्ट से इनकार किए बिना कहा कि उन्होंने यह पदार्थ अनजाने में लिया था जो उनके फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह पर लिया गया था, जिनसे यह एथलीट नियमित रूप से परामर्श लेती हैं। एथलीट और उनके वकील ने प्रस्तुत किया कि यह फिजियोथेरेपिस्ट पुलेला गोपीचंद अकादमी का था, जहां यह खिलाड़ी विशेष अनुमति के अंतर्गत ट्रेनिंग ले रही थीं।’ दुती के वकील ने यह भी प्रस्तुत किया कि यह खिलाड़ी ‘हाइपरएंड्रोजेनिक’ से पीड़ित थी जिसके कारण उनके ‘पेट में काफी तेज दर्द’ था, जिसके लिए ही यह उपचार किया गया था।