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इसरो की बड़ी कामयाबीः नेविगेशन सैटेलाइट NAVIC लॉच, कक्षा में स्थापित
Last Updated on May 29, 2023 by saroj patrwal
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को आज बड़ी कामयाबी मिली है। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नेविगेशन सैटेलाइट को लॉन्च कर दिया। इस सैटेलाइच का नाम NVS-01 है, जिसे GSLV-F12 (जियोसिंक्रोनस लॉन्च व्हीकल) रॉकेट के जरिए लॉन्च पैड-2 से छोड़ा गया है।इस सैटेलाइट को IRNSS-1G सैटेलाइट को रिप्लेस करने के लिए भेजा गया है, जोकि साल 2016 में लॉन्च हुई थी। IRNSS-1G सैटेलाइट इसरो के रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम NAVIC की सातवीं सैटेलाइट थी।
GSLV-F12/NVS-01 Mission:
GSLV F12’s 🚀
thunderous roar into the skies…..Turn up the volume 🔊🔊
to enjoy this tracking 📽️ by our colleagues
at SDSC-SHAR, Sriharikota! pic.twitter.com/XZeE5LWgKW— ISRO (@isro) May 29, 2023
इसरो ने बताया कि जीएसएलवी-एफ12 ने एनवीएस-01 को सफलतापूर्वक उसकी निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया है। अंतरिक्ष एजेंसी का लक्ष्य है कि इस लॉन्चिंग के जरिए नाविक (जीपीएस की तरह भारत की स्वदेशी नौवहन प्रणाली) सेवाएं लगातार चलती रहें। दूसरी पीढ़ी की इस लॉन्चिंग को अहम माना जा रहा है। एनवीएस-01 भारत और मुख्य भूमि के आसपास लगभग 1,500 किलोमीटर के क्षेत्र में फौरन स्थिति और समय संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा। इसरो ने बताया कि नाविक को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि संकेतों की मदद से उपयोगकर्ता की 20 मीटर के दायरे में स्थिति और 50 नैनोसेकंड के अंतर में समय की सटीक जानकारी मिल सकती है।