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Manali की इस पंचायत को मंजूर नहीं पर्यटकों की आवाजाही, सेब सीजन का दिया हवाला
कुल्लू। जयराम सरकार एक तरफ हिमाचल में बॉर्डर पर्यटकों (Tourists) के लिए खोलने जा रही है। इसके लिए गाइडलाइन जारी की जा रही है। वहीं, विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मनाली (Manali) की जगतसुख पंचायत ने पर्यटकों की नो एंट्री को आवाज बुलंद कर दी है। जगतसुख पंचायत (Jagatsukh Panchayat) के प्रतिनिधियों ने होटलियर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनाली को पत्र लिखकर पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की है। जगतसुख पंचायत के प्रधान जीवन नेगी ने बताया कि वैश्विक महामारी के चलते मनाली में कोरोना (Corona) संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। अगर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैला तो सेब का सीजन पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा। कोरोना संक्रमण फैलने से क्षेत्र में सेब का सीजन बर्बाद हो जाएगा, ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों ने यह फैसला लिया है कि अनिश्चित काल के लिए पर्यटकों के आने पर रोक लगाई जाए, ताकि घाटी के किसानों बागवानों की फसलों को आर्थिक तौर पर नुकसान ना हो सके।
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उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि कुल्लू-मनाली (Kullu-Manali) में जहां पर्यटन सीजन कोरोना काल में पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। वहीं, अब सेब सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा को देखते हुए पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की है। ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों ने व्यवसायिक संस्थानों व पर्यटन गतिविधियों को बंद रखने का निर्णय लिया है। वहीं, पंचायत प्रतिनिधियों का मानना है कि मनाली में जहां आसपास स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहतर नहीं हैं। ऐसे में सामान्य बीमारी के लिए भी 50 किलोमीटर दूर से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू जाना पड़ता है, लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते क्षेत्र के लोगों को यह आशंका बनी हुई है कि पर्यटकों के आने से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है, जिससे सेब का सीजन बर्बाद होने से लोगों की आर्थिक को नुकसान होगा।
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