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मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे JBT-DLED प्रशिक्षु, रैलियां निकालीं- सौंपे ज्ञापन
Last Updated on February 12, 2020 by Vishal Rana
सोलन/ ऊना। जेबीटी-डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ सोलन ने अपनी मांगों को लेकर रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन( Protest) किया। जेबीटी प्रशिक्षुओं की मांग है कि सरकार उनकी बात को अनदेखा कर रही है और उनकी बात को नहीं सुना जा रहा है। यही कारण है कि आज बीएड (BEd) कर रहे छात्रों को भी टैट व कमीशन की परीक्षा देने के लिए पात्र किया गया है। जिससे जेबीटी प्रशिक्षुओं को नुकसान हो रहा है। छात्रों ने डीसी के माध्यम से सरकार को अपनी मांगों के बारे में ज्ञापन सौंपा।
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जेबीटी (JBT) छात्रों का आरोप है कि केंद्र व प्रदेश सरकार रोजगार देने की बात कर रही है, लेकिन जेबीटी कर रहे प्रशिक्षुओं को बेरोजगार किया जा रहा है। वे अपने हक की लड़ाई को आगे ले जाने के लिए तैयार है। यदि सरकार उनकी इस मांग को पूरा नहीं करती तो वह राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी मांग को पूरे दमखम के साथ उठाएंगे।
ऊना में गरजा जेबीटी एंड डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगर संघ
ऊना। जेबीटी एंड डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगर संघ ने जेबीटी कमीशन में एनसीटीई की अधिसूचना के मुताबिक बीएड को शामिल करने का कड़ा विरोध किया है। इसी फैसले के खिलाफ बुधवार को जेबीटी प्रशिक्षु सड़कों पर उतरे और उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए फैसले पर विरोध जताया। संघ का कहना है कि एनसीटीई की 28 जून 2018 की अधिसूचना के मुताबिक 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक और बीएड को जेबीटी के पदों पर नियुक्ति के फैसले और हाईकोर्ट में कुछ बीएड अभ्यर्थियों की उस याचिका का विरोध किया हैए जिसमें उन्होंने जेबीटी के पदों पर अस्थाई रूप से आवेदन किया है। उन्होंने तर्क समेत इसका विरोध करते हुए कहा कहा कि जेबीटी को प्राथमिक स्तर पर सभी विषय पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।ए जबकि बीएड प्रशिक्षु कोई दो विषय पढ़ा सकते हैं। वहीं जेबीटी और बीएड के पाठयक्रमों में भारी अंतर है।