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पूरी रात सचिवालय के बाहर अनशन पर बैठे रहे जेबीटी प्रशिक्षु ,बोले- उठेंगे तभी जब न्याय मिलेगा
Last Updated on June 19, 2023 by sintu kumar
शिमला। हिमाचल प्रदेश में जेबीटी बनाम बीएड मामला तूल पकड़े हुए है। जेबीटी प्रशिक्षु लंबे समय से जेबीटी में बीएड धारकों को मान्यता देने का विरोध कर रहे है। प्रदेश भर में जेबीटी प्रशिक्षु बीएड धारकों को जेबीटी से बाहर करने की मांग कर रहे है। इसी कड़ी में बीते दिन जेबीटी प्रशिक्षुओं ने राजधानी शिमला में एक विशाल आक्रोश रैली निकाली और शिक्षा विभाग पर धांधली के आरोप लगाए शिमला में आक्रोश रैली के बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने सचिवालय के बाहर पूरी रात अनशन पर बैठे। इस प्रशिक्षुओं का कहना है कि शिक्षा विभाग नियमों को ताक पर रख कर भर्ती प्रकिया में धांधली कर रहा है। जब तक प्रदेश सरकार जेबीटी प्रशिक्षुओं के पक्ष मे निर्णय नहीं लेती यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
बीएड वालों को नहीं केवल जेबीटी वालों को मिलें प्राथमिकता
चंबा से शिमला पहुंचे जेबीटी प्रशिक्षु अभिषेक का कहना है कि जेबीटी प्रशिक्षु पिछले 4 साल से एक ही मांग कर रहे है कि जेबीटी भर्ती मे जेबीटी प्रशिक्षुओं को ही नियुक्ति दी जाए। उन्होंने जेबीटी की है इसलिए उनका हक है। सरकार को भी चाहिए कि वह तय नियमों के तहत ही भर्ती करें लेकिन प्रदेश सरकार ने हाल ही में जेबीटी भर्ती में जेबीटी की सीट पर बीएड धारकों को नियुक्ति दी है जिसमें ऐसे लोगों को भी भर्ती किया गया है जो 40 फीसदी मार्क्स का नियम भी पूरा नहीं करते। इसलिए उनकी सरकार से साफ मांग है कि जेबीटी की भर्ती में जेबीटी को तैनाती मिले। उनका हक है और जब तक उन्हें उनका हक मिल नहीं जाता वह प्रदर्शन को जारी रखेंगे।
वहीं मंडी की रहने वाली जेबीटी प्रशिक्षु पूनम का कहना है कि जेबीटी के पदों पर जेबीटी प्रशिक्षुओं का घर है, इसलिए इस पर उनका हक है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि सरकार उनके पक्ष में ही फैसला लेगी और आज वह इसलिए ही हड़ताल पर बैठे है, यदि सरकार का ध्यान इसकी और नहीं भी है तो जाएं और जेबीटी प्रशिक्षुओं के पक्ष में फैसला लें।
जेबीटी प्रशिक्षु शक्ति सिंह का कहना है आज प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनके पक्ष में निर्णय लेगी लेकिन अगर सरकार कैबिनेट में उनके पक्ष में फैसला नही लेती है तो जेबीटी प्रशिक्षु कैबिनेट बैठक के बाद आपस मे बैठकर आगामी रणनीति पर फैसला करेंगे।