-
Advertisement
हिमाचल: क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड का मुख्य आरोपी देश छोड़कर भागा, अंधेरे में SIT
शिमला। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड (Cryptocurrency Fraud) के दो आरोपियों को गुजरात से पकड़ने के बाद SIT इससे पहले कि मामले के मुख्य आरोपी तक पहुंच पाती, वह देश छोड़कर भाग गया है। इस फ्रॉड के मुख्य तार मंडी (Mandi Himachal) से जुड़े हुए हैं और SIT को यह अच्छे से मालूम था, लेकिन वह सुभाष शर्मा की घेराबंदी नहीं कर पाई।
हिमाचल पुलिस की SIT को यही नहीं पता कि सुभाष शर्मा कब और कैसे देश छोड़कर भागा (Fled From India)। बताया जाता है कि वह दुबई भाग गया है, लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास इसकी कोई पक्की जानकारी नहीं है। दो रोज पहले पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (DGP) ने दावा किया था कि पुलिस सरगना (King Pin) तक पहुंच गई है। सुभाष शर्मा के बारे में कहा जाता है कि मंडी के अलावा चंडीगढ़, जिरकपुर और पंजाब के कई जिलों में उसके रियल एस्टेट, पेट्रोल पंप, होटल, सैलून और मसाज पार्लर में उसने करोड़ों का निवेश किया हुआ है।
यह भी पढ़े:शिमला में पंजाब की युवती के साथ दुष्कर्म, पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ा बताया जा रहा आरोपी युवक
अब बाकी आरोपियों पर पुलिस की कड़ी नजर
क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड में पुलिस की सख्ती के बाद कार्रवाई के बाद इस ठगी में शामिल जुड़े दूसरे आरोपी भी देश छोड़कर भागने की फिराक में है। पुलिस सब पर पैनी नजर बनाए हुए है। पुलिस ने मंडी में एक महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। महिला पर आरोप है कि वह हिसाब-किताब में हेमराज की मदद करती थी। इससे पहले पुलिस की SIT सुखदेव और हेमराज नाम के दो मास्टरमाइंड (Mastermind) को गुजरात के सोमनाथ में गिर से गिरफ्तार कर चुकी है। इनके नाम पर भी हिमाचल के विभिन्न शहरों के अलावा पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में करोड़ों रुपए की संपत्ति है। दोनों आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए अपनी पहचान छिपाने का प्रयास किया था।
चार साल से चल रहा फ्रॉड
प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 2018-19 से फ्रॉड चल रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जालसाजों की ठगी का शिकार हुए। पुलिस विभाग के कर्मचारी भी बड़ी संख्या में धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। SIT की कार्रवाई के बाद लोग प्रदेश के अलग अलग थानों में बड़ी संख्या में शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं।