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कपूर ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से किया अनुरोध, धर्मशाला में सीयू परिसर मामले पर करें पुनर्विचार
Last Updated on March 3, 2023 by sintu kumar
धर्मशाला। जिला कांगड़ा के धर्मशाला में स्थापित सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Dharamshala Central University) राजनीति का आखाड़ा बनती जा रही है। ताजा मामले में कांगड़ा. चंबा के लोकसभा सदस्य किशन कपूर (MP Kishan Kapoor) ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से धर्मशाला में स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर के संबंध में लिए गए निर्णय पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है पर्यावरण मंत्रालय द्वारा इस सम्बंध में लिया गया निर्णय असंगत और अतार्किक है।
वर्ष 2009 में की थी हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला की स्थापना
शुक्रवार को दूरभाष पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से बातचीत के पश्चात मंत्रालय को प्रेषित एक पत्र में सांसद ने मंत्रालय को अवगत किया कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला की स्थापना वर्ष 2009 में की गई थी। पूर्व में यह निर्णय लिया गया था कि इस विश्वविद्यालय के सभी संकाय धर्मशाला में ही खोले जाएंगे, लेकिन बाद में इसके संकाय को तीन भागों में बांट इसके परिसर देहरा (Dehra) एवं शाहपुर (कांगड़ा) में भी खोले गए। कई वर्षों तक इस विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर के मामले में अनिश्चितता बनी रही।
बारिश और भूकंप के चलते नहीं बन सकता सीयू परिसर
उन्होंने कहा कि अब जब जिला प्रशासन द्वारा स्थाई परिसर के लिए भूमि आदि का चयन कर लिया गया तो पर्यावरण मंत्रालय द्वारा इस परिसर के निर्माण के संबंध में यह आपत्ति दर्ज की गई है, कि यहां बारिश (Rain) अत्याधिक होती है और यह भूकंपीय क्षेत्र है अतः यहां इस विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर का निर्माण नहीं किया जा सकता है। यह आपत्ति असंगत और अतार्किक लगती है।
केंद्रीय मंत्री ने किशन कपूर को सकारात्मक कार्रवाई का दिया आश्वासन
उन्होंने कहा कि धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या के अनुसार सबसे बड़े जिले का मुख्यालय है। यहां राज्य और केंद्र सरकार के सभी महत्वपूर्ण कार्यालय स्थित हैं। इसके अतिरिक्त यहां सेना का कोर मुख्यालय और तिब्बत की निर्वासित सरकार की राजधानी भी इसी क्षेत्र में स्थित है। इसके अतिरिक्त यहां हवाईअड्डा भी है और वे सभी सुविधाएं उपलब्ध है जो संकायों के संचालन हेतु आवश्यक हैं। उन्होंने मंत्रालय से इस निर्णय पर पुनर्विचार कर हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के स्थाई परिसर के निर्माण पर पुनर्विचार करें। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (Union Environment Minister Bhupender Yadav) ने सांसद किशन कपूर को इस संबंध में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।