-
Advertisement
इस देश में बिजली-पानी फ्री, गैस के लिए भी नहीं करनी पड़ती पेमेंट ! जानें वायरल वीडियो का सच
Electricity And Water Free In Turkmenistan : देश में महंगाई (Dearness) से लोग बेहाल हैं। जो लोग कम सैलरी (Salary) लेते हैं उनका सारा पैसा बिलों को चुकाने में चला जाता है वहीं, जो अच्छी खासी सैलरी ले रहे हैं उन्हें सरकार को टैक्स (Tax) देना पड़ता है। उसके बावजूद, घर का भी खर्च चलाने के लिए बिजली, पानी के बिल और फिर गैस के बिल अलग। लेकिन क्या हो हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताएं जहां ऐसी कोई पेमेंट की झंझट ही नहीं । दरअसल, सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे एक वीडियो में ऐसा कुछ दावा किया जा रहा है।
तुर्कमेनिस्तान में यह सच था, लेकिन अब नहीं
दरअसल, सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि तुर्कमेनिस्तान में लोगों को मुफ्त में बिजली, पानी और गैस (Electricity Water And Gas) मिलता है। हमने इस दावे की सच्चाई जानने की कोशिश की और पाया कि पहले तुर्कमेनिस्तान (Turkmenistan) में यह सच था, लेकिन अब नहीं। तुर्कमेनिस्तान में पहले सरकार ने लोगों को मुफ्त सुविधाएं देने की नीति चलाई थी, लेकिन अब यह नीति बदल गई है और लोगों को इन सुविधाओं के लिए भुगतान करना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कर रहे दावा
आपको बता दें, यहां लोगों को गैस, बिजली और पानी 1993 से लेकर आजतक मुफ्त दी जाती है। इंस्टाग्राम (Instagram) पर एक ऐसा वीडियो शेयर किया गया है जिसमें ऐसा दावा किया जा रहा है। बता दें, कि यह देश साल 1993 में आजाद हुआ तो यहां के लोगों को ऐसी सुविधाएं मुफ्त में ही दी जाती हैं लेकिन अब इसे 2019 में आई सरकार ने बदल दिया और यहां रहने वाले लोगों को अब इन सुविधाओं के लिए पैसे चुकाने पड़ते हैं।
1993 से 2019 तक ही मिली थीं फ्री सेवाए
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तुर्कमेनिस्तान में लोगों को मुफ्त में बिजली, पानी और गैस मिलता है। लेकिन यह सच्चाई सिर्फ आधी है। दरअसल, 1993 से 2019 तक तुर्कमेनिस्तान में यह सुविधा थी, लेकिन बढ़ती आबादी और आर्थिक हालात (Increasing population and economic situation) के कारण सरकार ने इसे खत्म कर दिया। वर्तमान में, तुर्कमेनिस्तान में इनमें से कोई भी चीज मुफ्त नहीं है, इसलिए यह दावा भ्रामक है। दरअसल, फ्री के खेल के चक्कर में यहां देश दिवालिया होने के कागार पर था ऐसे में सरकार ने मुफ्तखोरी को बंद किया था।