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कमाई के लिए मॉडल ने शुरू की चाय बेचना, जानिए सिमरन के संघर्ष की कहानी
हम लोगों ने चायवाला शब्द तो बहुत बार सुना है। हमारे देश में चाय सुट्टा बार के मालिक अनुभव दुबे और एमबीए चायवाला नाम से मशहूर प्रफुल्ल बिलेर का नाम तो ज्यादातर लोगों ने सुना है। हालांकि, बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने महिला चायवाली का नाम सुना होगा। आज हम आपको एक ऐसी चायवाली (Chaiwali) की कहानी बताएंगे, जो मिस गोरखपुर रह चुकी हैं।
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बता दें कि मिस गोरखपुर सिमरन गुप्ता (Simran Gupta) की कहानी बहुत प्रेरणादायक है। साल 2018 में सिमरन गुप्ता ने मिस गोरखपुर का खिताब जीता था, लेकिन कोरोना काल के कारम उनका करियर डूबने की कगार पर पहुंच गया। जिसके बाद उन्होंने चाय बेचने का फैसला किया। सिमरन ने अपने परिवार की मदद से चाय बेचना शुरू की। उन्होंने अपनी दुकान का नाम मॉडल चायवाली रखा।
सिमरन बताती हैं कि उनके परिवार की कमाई कम थी और उनका भाई भी दिव्यांग है। उन्होंने बताया कि वे नौकरी करती थीं, लेकिन कई महीनों की सैलरी पेंडिंग रहने के कारण उन्होंने अपना खुद का काम करने का सोचा। सिमरन के पिता का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है कि उसने कभी मुश्किलों के सामने हार नहीं मानी।
मिस गोरखपुर (Miss Gorakhpur) रह चुकी सिमरन गुप्ता को अब काफी लोग सपोर्ट कर रहे हैं। उनकी दुकान पर अक्सर लोगों की भीड़ लगी रहती है। लोग उनकी चाय की काफी तारीफ करते हैं। सिमरन ने ये साबित कर दिखाया कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। इंसान अपनी मेहनत से कुछ भी हासिल कर सकता है।