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Lack of Rain | Threat | Himachal Pradesh |
Last Updated on December 28, 2022 by Neha Raina
हिमाचल प्रदेश के कृषि बाहुल जिला ऊना में रबी फसलों पर बारिश की कमी के चलते खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। इनमें गैर सिंचित क्षेत्रों की फसलें सबसे अधिक प्रभावित हो रही हैं। हालांकि अब तो कृषि विशेषज्ञ भी यह मानने लगे हैं कि यदि बारिश 2 हफ्ते तक नहीं होती है तो गेहूं की फसल में क़रीब 20 फ़ीसदी तक नुकसान होना तय है। बारिश की गैरमौजूदगी ही कम नहीं घना कोहरा भी फसलों के लिए काफी खतरनाक माना जा रहा है। जिसके चलते कोहरे से फसलों को बचाने के लिए कृषि विशेषज्ञ रात के समय ही फसलों की सिंचाई करने की सलाह दे रहे हैं। कई सालों के बाद ऐसा देखने को मिला है कि जिला में लंबे अंतराल से बारिश नहीं हो रही और इसका असर फसलों पर काफी अधिक पड़ रहा है। सिंचित क्षेत्रों में कृषि विशेषज्ञ बारिश नहीं होने का कोई असर नहीं मानते लेकिन गैर सिंचित क्षेत्रों की फसलें पूरी तरह से अब इंद्र देवता की मेहरबानी पर टिकी है।